नवी मुंबई में पढ़ाई को लेकर डांटे जाने से नाराज एक किशोरी ने कराटे की बेल्ट से मां की कथित तौर पर गला घोंट कर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि किशोरी ने बाद में इसे दुर्घटनावश मौत का मामला बताने की कोशिश की। यह घटना 30 जुलाई को नवी मुंबई के ऐरोली इलाके में हुई।
किशोरी (15) के माता-पिता उसे डॉक्टर बनाना चाहते थे इसलिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी के लिए कोचिंग को लेकर उन्होंने उसका नामांकन करा दिया। । रबाले पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि लड़की मेडिकल पाठ्यक्रम की पढाई नहीं करना चाहत थी और इसलिए उसका और मां (40) के साथ अकसर कहासुनी होती थी। अधिकारी ने बताया कि 27 जुलाई को पिता ने लड़की को मोबाइल फोन पर खेलने को लेकर डांटा था जिससे नाराज होकर वह पास में ही रहने वाले एक रिश्तेदार के घर चली गई थी।
अधिकारी ने बताया कि किशोरी की मां जब उसे वहां बुलाने गई तो लड़की ने लौटने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि वह पढ़ाई को लेकर परेशान करने से तंग आ गई है और अभिभावकों के खिलाफ अब पुलिस में शिकायत दर्ज करा देगी। इसके बाद महिला अपनी बेटी को लेकर पुलिस थाने गई, जहां पुलिसकर्मियों ने दोनों को ही समझाया। अधिकारी ने बताया कि 30 जुलाई को महिला ने एक बार फिर पढ़ाई को लेकर बेटी को डांटा और इस दौरान महिला ने कथित तौर पर चाकू दिखाकर लड़की को धमकाया दी।
उन्होंने कहा कि चाकू देखकर डरी लड़की ने महिला को धक्का दिया, जिससे उसका सिर एक फर्नीचर के कोने से जा टकराया। उन्होंने कहा कि इसके बाद महिला ने अर्ध-बेहोशी की हालत में पास पड़ी कराटे बेल्ट को पकडने की कोशिश की, लेकिन लड़की ने बेल्ट को पकड़ लिया और उससे मां की कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि इसके बाद लड़की ने अपने पिता और रिश्तेदार को मां के फोन से संदेश भेजा, ”मैंने सबकुछ कर के देख लिया, मैं हार गई।”
इसके बाद वह घर में ताला लगाकर बाहर चली गई और पिता को फोन कर बताया कि उसकी मां दरवाजा नहीं खोल रही। इसके बाद पिता ने रिश्तेदार को फोन किया, जिसने दरवाजा तोड़ा तो पाया कि महिला बिस्तर पर मृत पड़ी हुई है और बेल्ट उसके गर्दन में लिपटी है। पुलिस को लड़की के बयान पर शक हुआ और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि महिला की मौत सिर में चोट लगने और गला घोंटे जाने की वजह से हुई है।
अधिकारी ने बताया कि परिवार के सदस्यों से पूछताछ के दौरान पुलिस को लड़की की भूमिका पर संदेह हुआ। पुलिस ने लड़की को विश्वास में लेते हुए पूछताछ की तो उसने पूरी घटना बताई। किशोरी को सोमवार को हिरासत में लिया गया और भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।