बिहार के मुजफ्फरपुर के बालिका गृह के मामले में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर सवाल खड़ा किया है। बालिका गृह में बच्चियों से हुए दुष्कर्म के मामले में तेजस्वी ने कहा कि आखिर नीतीश कुमार की सरकार सीबीआई जांच की मंजूरी क्यों नहीं दे रही है। इस मामले में तेजस्वी यादव ने कहा, ”मैं नीतीश कुमार से पूछना चाहता हूं कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर को अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है?
मुख्यमंत्री अपनी कॉल डीटेल सार्वजनिक करें, ब्रजेश ठाकुर अपने राजनीतिक कनेक्शन को इस्तेमाल करके केस को कमजोर कर रहा है, हम इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हैं।”इससे पहले विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी ने कहा कि जो मुख्य अभियुक्त है बृजेश ठाकुर, उसका सुशील मोदी जी के साथ उठना-बैठना रहा है। सुशील मोदी उसको संरक्षण दे रहे हैं। बृजेश ठाकुर के अलावा कई और नेता इसमें शामिल हैं। तेजस्वी ने कहा कि इस संवेदनशील मामले की जांच अदालत की निगरानी में हो।
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तेजस्वी ने ट्वीट किया- ‘ऐसा नरपिशाच और दरिंदा बलात्कारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दुलारा है, आंखों का तारा है, सुशील मोदी का सितारा है, तभी तो नीतीश कुमार हाईकोर्ट मॉनिटर्ड सीबीआई जांच की मंज़ूरी नहीं दे रहे है। क्या माजरा है चाचा?’ मुजफ्फरपुर की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने कहा , ‘आरोप लगाने वाली एक लड़की ने जिस जगह की पहचान की है , वहां से अभी तक कुछ भी बरामद नहीं हुआ है , जहां पर उस लड़की के आरोप के मुताबिक एक लड़की की पीट – पीट कर हत्या कर उसके शव को दफना दिया गया था।उन्होंने कहा , ‘खुदाई बंद कर दी गई है, गड्ढे को भर दिया गया है और वहां से मिले मलबे के नमूने को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया जाएगा।’
मुम्बई के एक संस्थान के सामाजिक ऑडिट में बिहार के इस बालिका आश्रय गृह की लड़कियों का यौन शोषण का मामला सामने आया था, जिसके बाद राज्य के समाज कल्याण विभाग ने पिछले महीने प्राथमिकी दर्ज की थी और इस सिलसिले में दस लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस बालिका आश्रय गृह को चलाने वाले एनजीओ को काली सूची में डाल दिया गया है। इस बालिका आश्रय गृह को सील कर दिया गया है और वहां की लड़कियों को अन्य जिलों के बालिका आश्रय गृहों में भेज दिया गया है।