तेलंगाना में गुरुवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सी. दामोदर राजनरसिम्हा की पत्नी और सामाजिक कार्यकर्ता पद्मिनी रेड्डी बीजेपी में शामिल हुईं हालांकि कुछ घंटों बाद ही उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया। राजनरसिम्हा अविभाजित आंध्रप्रदेश में तत्कालीन मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी के मंत्रिमंडल में उपमुख्यमंत्री थे। इस घटनाक्रम को लेकर पद्मिनी रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खफा होने से उन्हें अच्छा नहीं लग रहा था।
पद्मिनी रेड्डी ने कहा कि बीजेपी में शामिल होने से पार्टी कार्यकर्ता नाराज थे और इसलिए उन्होंने फैसला वापस ले लिया। पद्मिनी रेड्डी ने गुरुवार रात को पत्रकारों को बताया, ‘मुझे इस तरह की प्रतिक्रिया की उम्मीद नहीं थी… मैं उनका दर्द नहीं देख पाई। इसलिए मैंने फैसला वापस ले लिया।’ राजनरसिम्हा की वरिष्ठता को देखते हुए, पद्मिनी के बीजेपी में शामिल हो जाने से कांग्रेस को बड़ी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा था।
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जाहिर है बीजेपी के लिए यह बहुत बड़ा मौका था। बीजेपी में पद्मिनी रेड्डी का स्वागत करते हुए राज्य इकाई के अध्यक्ष के. लक्ष्मण ने कहा कि मेडक क्षेत्र में सामाजिक कार्यों और महिलाओं के बीच कार्यों के माध्यम से उन्होंने काफी ख्याति अर्जित की है। उन्होंने कहा कि पद्मिनी रेड्डी एनडीए सरकार के अच्छे कार्यों की सराहना करती हैं इसलिए वह पार्टी में शामिल हुई हैं। लक्ष्मण ने कहा कि एनडीए सरकार ने महिलाओं के हितों में कई कदम उठाए जिसमें ‘सुकन्या समृद्धि योजना’, मातृत्व छुट्टी में बढ़ोतरी आदि शामिल हैं।
बीजेपी महासचिव पी. मुरलीधर राव ने पद्मिनी के पार्टी में शामिल होने से जुड़ा ट्वीट भी किया। राव के ट्वीट के बाद कांग्रेस खेमे में खलबली मच गई। पूरा आलाकमान रेड्डी को मनाने पर जुट गया।बीजेपी की खुशियां जल्द ही काफूर हो गईं देर रात वह फिर से अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस में आ गईं।