तेलंगाना से बीजेपी के विवादास्पद विधायक टी. राजा सिंह को पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के मामले में जमानत मिल गई है। विधायक को हैदराबाद पुलिस ने कथित तौर पर एक वीडियो में पैगंबर मोहम्मद के विरूद्ध टिप्पणी करने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया था। और कल ही उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया। इसके बाद मुस्लिम समुदाय के एक वर्ग का गुस्सा भड़क गया है और उनके खिलाफ हिंसक प्रदर्शन किया।
स्थानीय अदालत ने राजा सिंह के वकील के इस तर्क को स्वीकार कर लिया कि पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तारी से पहले दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा-41 के तहत उनके मुवक्किल को नोटिस जारी नहीं किया था। राजा के अधिवक्ता ने बाद में संवाददाताओ से कहा कि पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन नहीं किया, जिसके तहत सात साल से कम सजा वाले मामलों में गिरफ्तारी से पहले नोटिस दिया जाना चाहिए।
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अदालत परिसर में उस हल्के तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब राजा सिंह के समर्थकों और विरोधियों ने नारेबाजी की। पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज कर जमा लोगों को तितर-बितर किया। राजा सिंह की टिप्पणी को लेकर बढ़े विवाद के बीच बीजेपी ने भी उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया है।
इस प्रकरण के बाद हैदराबाद पुलिस ने संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी है। बीजेपी विधायक ने स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी की आलोचना करते हुए सोमवार को एक वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में वह कुछ टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं, जो प्रतीत होता है कि इस्लाम के विरूद्ध है। फारुकी ने हाल ही में शहर में एक कार्यक्रम में प्रस्तुति दी थी।
राजा सिंह की जमानत के बाद देर रात से ही हैदराबाद के अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शन हो रहे हैं और हजारों की भीड़ रात को सड़कों पर डटी रही। बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है, लेकिन हिंसक भीड़ का प्रदर्शन जारी है। इन लोगों का कहना है कि टी. राजा सिंह को पुलिस की हिरासत से रिहा किया जाना गलत है। वहीं राजा सिंह के खिलाफ ‘सिर तन से जुदा’ जैसे हिंसक नारे भी लगाए गए थे।
गौरतलब है कि सिंह को विवादित टिप्पणियों के लिए जाना जाता है। इस साल की शुरुआत में राजा सिंह ने कहा था कि जो उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का (चुनाव में) समर्थन नहीं करेंगे वे ‘‘देशद्रोही’’ हैं और उन्हें विधानसभा चुनाव के बाद इसके नतीजे भुगतने होंगे।