तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) कर्मचारी संघ ने राज्य सरकार की ओर से पांच नवंबर तक ड्यूटी पर आने की तय समय सीमा को नजरअंदाज कर बुधवार को अपनी मांगों लेकर करीब एक महीने से जारी हड़ताल को खत्म करने से इनकार कर दिया।
कर्मचारियों की संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) के नेता अश्वथामा रेड्डी ने कहा, ‘‘ कर्मचारियों को सरकार की ओर से तय सीमा का पालन करने और निजी बस संचालकों को लाने की धमकी से डरने की जरूरत नहीं है।’’ उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार की ओर से तय समय सीमा के जवाब में बहुत कम कर्मचारी ड्यूटी पर लौटे हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से अपील दोहरायी की कि वह कर्मचारी संघ को वार्ता के लिए आमंत्रित करें और विवाद को सुलझाये। रेड्डी ने कहा कि कर्मचारी संघ आरटीसी को राज्य सरकार के साथ विलय की मांग को लेकर कठोर नहीं है लेकिन सभी मुद्दों को बातचीत से सुलझाया जाना चाहिए।
कर्मचारी संघों के नेता भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के लक्ष्मण से मुलाकात के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। कर्मचारी संघ अपनी मांगों के लिए भाजपा से समर्थन चाहते है। उल्लेखनीय है कि कर्मचारियों की हड़ताल बुधवार को लगातार 33वें दिन भी जारी रही। कर्मचारी राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन कर रहे हैं।
वहीं राज्य सरकार ने सोमवार को चेतावनी दी थी कि पांच नवंबर तक ड्यूटी पर नहीं आने वाले कर्मियों की सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी।