बांका में चर्चा था कि इस बार भाजपा के खाते में यह सीट जायेगा। मगर भाजपा के खाता में न जाकर जदयू खाते में चला गया और गिरधारी यादव उम्मीदवार बनाये गये। वहीं भागलपुर में भी शहनवाज हुसैन का सीट जदयू खाते में चले जाने पर उन्होंने कहा कि नीतीश जी ने हमारी सीट भी छीन ली। बांका लोकसभा क्षेत्र में एक जमाने में दिगविजय सिंह की चलती थी वे निर्दलीय से भी चुनाव जीत जाते थे। बांका पिछड़ा क्षेत्र होने के चलते दिगविजय ङ्क्षसह ने रेल का जाल भी बिछाया, वहां अनेक योजनाओं पर काम किया। उनकी पत्नी को पूरा विश्वास था कि हमें बांका का उम्मीदवार बनाया जायेगा।
श्रीमती पुतुल कुमार हार मानकर 25 मार्च को अपना नामांकन निर्दलीय के रूप मे किया। अब बांका जिला में मुंछ की लड़ाई हो गयी है। पूरा क्षेत्रीय समाज पुतुल जी के साथ है। उनकी बेटी अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ी श्रेयसी सिंह भी प्रेस कॉन्फे्रंस कर भाजपा और जदयू पर आरोप लगाया कि मेरी मम्मी को पांच घंटे तक टिकट देने का इंतजार करवाया गया और आखिर में टिकट किसी को दे दी।
आज बांका में मुख्य मुकाबला राजद के जयप्रकाश नारायण यादव, निर्दलीय उम्मीदवार श्रीमती पुतुल कुमारी एवं एनडीए उम्मीदवार गिरधारी यादव के बीच त्रिकोणात्मक होगा। वर्तमान में गिरधारी यादव बेलहर के विधायक है। आज हालात को देखकर बांका के निर्दलीय उम्मीदवार एवं पूर्व सांसद श्रीमती पुतुल कुमारी को पटना के भाजपा हाई कमान एवं प्रदेश उपाध्यक्ष देेवेश कुमार ने पत्र लिखकर कहा है कि आप उसूलों के खिलाफ हैं आप पार्टी के वरिष्ठ नेत्री हैं अपना नामांकन वापस ले लें। अगर नहीं की तो आपकी सदस्यता समाप्त करते हुए कार्रवाई की जायेगी। उपाध्यक्ष देवेश कुमार ने कहा कि श्रीमती पुतुल जी आप पार्टी के अहम स्थान पर है आप एनडीए प्रत्याशी को जीताने का काम करें।