नैनीताल : नंदा देवी अभियान पर गये लापता विदेशी पर्वतारोहियों की ढूंढने के लिये भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जाबांजों ने गुरुवार को नये सिरे से अभियान चलाया। आईटीबीपी का 24 सदस्यीय दल आज नंदा देवी के लिये रवाना हुआ। पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी डा. विजय जोगदंडे ने बताया कि आईटीबीपी के इस दल में 18 कुशल पर्वतारोही शामिल हैं। यह दल 22 दिनों तक नंदा देवी पर्वतमालाओं की खाक छानेगा। अभियान की शुरूआत आज पिथौरागढ़ से हुई।
दल पिथौरागढ़ से मुनस्यारी के लिये रवाना हो गया है। शाम तक यह उच्च हिमालयी क्षेत्र बुगडियार पहुंच जायेगा। कल शाम तक यह दल नंदा देवी के आधार शिविर पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि विषम भौगोलिक क्षेत्र और विपरीत मौसम के चलते पूरे अभियान को नये सिरे से चलाया जा रहा है। इस अभियान में अधिकतम 22 दिन लग सकते हैं। दल के सदस्य कुछ दिनों तक नंदा देवी के आधार शिविर पर रूकेंगे और उच्च हिमालयी क्षेत्र के अनुकूल अपने को ढालेंगे।
इसके बाद अलग अलग समूहों में ये आगे की यात्रा पर निकलेंगे। दल से जुड़े जानकारों का कहना है कि आईटीबीपी का यह दल पूरे साजोसामान और आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित है। दल के सदस्य नंदा देवी (ईस्ट) के उस क्षेत्र में अभियान चलायेगा, जहां भारतीय वायुसेना ने हवाई सर्वेक्षण के दौरान कुछ शव देखे थे। तय रणनीति के तहत पर्वतारोहियों के शवों को सुरक्षित स्थान पर एकत्र किया जाएगा। जहां से उन्हें वायुसेना के हेलीकाप्टर की मदद से पिथौरागढ़ लाया जा सकेगा।
भारतीय वायु सेना व आईटीबीपी की ओर से पर्वतारोहियों की खोज के लिये पहले भी अभियान चलाया गया था। इस दौरान वायु सेना को नंदा देवी क्षेत्र में पांच शव दिखायी दिये थे। माना जा रहा है कि ये शव लापता पर्वतारोहियों के हो सकते हैं। इसके बाद वायुसेना राहत एवं बचाव टीम को उतारने में असफल रही। उल्लेखनीय है कि नंदा देवी शिखर पर गया विदेशी पर्वतारोहियों का दल पिछले एक पखवाड़ से अधिक समय से लापता है। दल में एक भारतीय समेत आठ सदस्य शामिल हैं। दल 26 मई से लापता बताया जा रहा है।