युद्धग्रस्त यूक्रेन में रूस की गोलीबारी में जान गंवाने वाले कर्नाटक के भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर का पार्थिव शरीर सोमवार सुबह बेंगलुरु पहुंच गया। ‘खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी’ में मेडिकल के छात्र की एक मार्च को गोली लगने से मौत हो गई थी। नवीन के परिवार के सदस्य, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई सहित कुछ अन्य लोग पार्थिव शरीर लेने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे।
मुख्यमंत्री बोम्मई ने नवीन को दी श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नवीन ने संघर्ष क्षेत्र में अपनी जान गंवा दी। उनकी मां पार्थिव शरीर को देश लाने के लिए लगातार गुहार लगा रही थीं। शुरू में, हम युद्ध क्षेत्र से शव लाने की संभावना को लेकर भी संशय में थे। यह एक कठिन कार्य था, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी विशाल कूटनीतिक क्षमता से पूर्ण किया।’’
यूक्रेन से हजारों छात्रों को घर वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री एस जयशंकर और अन्य अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यह (पार्थिव शरीर लाना) असंभव था क्योंकि ज्यादातर समय हम युद्ध क्षेत्रों से अपने सैनिकों के पार्थिव शरीर नहीं ला पाते हैं। एक आम नागरिक का पार्थिव शरीर लाना, किसी चमत्कार से कम नहीं है।’’
नवीन के माता-पिता ने अंतिम श्रद्धांजलि देने के बाद शव को दावनगेरे के एक निजी अस्पताल को दान करने का फैसला किया है। नवीन का शव उनके पैतृक स्थान हावेरी जिले के रानेबेन्नूर तालुक के चालगेरी गांव ले जाया गया है।