झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का मंत्रिमंडल का विस्तार होना प्रस्तावित था जिसे आज टाल दिया गया। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से मंत्रिमंडल विस्तार करने हेतु शपथ ग्रहण समारोह 24 जनवरी की दोपहर 01.00 बजे का समय दिया गया था। मगर वह टल गया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पत्रकारों से वार्तालाप करते हुए कहा कि पिछले दिन चाईबासा में नरसंहार हुआ था उसी के चलतेे मैं मर्माहत हॅू इसलिए मंत्रिमंडल के विस्तार को टाला गया है। जानकारी रहे कि हेमंत सोरेन 19 दिसम्बर को रांची के मशहूर मोहराबादी मैदान में शपथ ग्रहण लिये थे।
शपथ ग्रहण के बाद कांग्रेस के आलमगीर पाकुड़, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव लोहरदगा से जीतकर आते हैं। राजद के चतरा विधायक सत्यानंद भोक्ता जिन्हें मंत्री पद का शपथ दिलाया गया है। वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक रवीन्द्र नाथ महतो को जो नाला विधानसभा क्षेत्र से जीतकर आते हैं उन्हें विधानसभा का अध्यक्ष बनाया गया है।
इस बार महागठबंधन 47 सीटों में झामुमो-30, कांग्रेस-16 एवं राजद-01 सीट जीतकर आया है। मगर पिछले दिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और राहुल गांधी से दिल्ली में झामुमो विधायक बंधु तिर्की, झाविमो के प्रदीप यादव ने सोनिया औ राहुल से मिलकर अपना समर्थन देने की बात कही। जहां रांची में चर्चा गरम है कि बंधु तिर्की और प्रदीप यादव कांग्रेस में शामिल हो गये हैं, अब कांग्रेस में विधायकों की संख्या बढक़र 18 हो गयी है।
इन दोनों विधायकों में किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं दिल्ली और रांची में चर्चा गरम है कि आज शपथ ग्रहण का लगभग एक महीना बीत चुका है मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के बाद भी मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया जा रहा है। लगता है कि महागठबंधन की सरकार चलाना अब आसान नहीं है। अब भाजपा फिर अपना नये समीकरण पर पेज खेल रहा है।
सूत्रों द्वारा जानकारी है कि झामुमो के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन को कहीं का गवर्नर बनाया जा सकता है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ही रहेंगे और लेकिन बाहर से भाजपा समर्थन करती रहेगी। झारखंड कमासूत राज्य होने के चलते भाजपा नहीं चाहती है कि सरकार बने। क्योंकि पिछले दिन राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं छतीसगढ़ में ज्यादा रेवेन्यु आता था वहां पर कांग्रेस की सरकार बन गयी है। इसलिए भाजपा को दिक्कत है कि झारखंड भी मेरा हाथ से नहीं निकल जाये। सूत्रों से जानकारी है कि शिबू सोरेन को गवर्नर बनाकर हेमंत सोरेन ही मुख्यमंत्री रहेंगे और भाजपा बाहर से समर्थन करेगी। कांग्रेस और राजद से ज्यादा संख्या भाजपा की है।