तमिलनाडु में विपक्षी द्रमुक ने पश्चिम बंगाल में प्रचार की अवधि 20 घंटे कम करने के निर्णय को लेकर गुरुवार को चुनाव आयोग की आलोचना की और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस का समर्थन किया। द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने ‘‘सत्तारूढ़ दल’’ (भाजपा के संदर्भ में) और विपक्ष के लिए अलग अलग नियम बना रखे हैं।
उन्होंने एक ट्वीट करके कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में नौ सीटों पर प्रचार पर पाबंदी। चुनाव आयोग के सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के लिए अलग-अलग नियम हैं। बहुत निंदनीय।’’ गौरतलब है कि भारत के चुनाव इतिहास में पहली बार, चुनाव आयोग ने बुधवार को पश्चिम बंगाल की नौ सीटों पर प्रचार तय समयसीमा से एक दिन पहले गुरुवार रात दस बजे खत्म करने के आदेश दिये थे।
आयोग ने यह निर्णय भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोडशो के दौरान कोलकाता में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा के बाद किया।