देश में कोरोना की दूसरी लहर के बीच कोविड-19 के एक नए स्वरूप ने देश में दस्तक दी है, जिसने सभी सरकारों समेत आम लोगों को डरा कर रख दिया है। इस नए खतरे को भापते हुए राज्य सरकारों ने तमाम सुरक्षा उपायों को अपनाना शुरू कर दिया है।
गोवा सरकार ने महाराष्ट्र में कोविड-19 के ‘डेल्टा प्लस’ स्वरूप के मामले सामने आने के मद्देनजर निकटवर्ती राज्य के साथ लगती सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी है। राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि गोवा में कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के मामले सामने आए हैं, लेकिन राज्य में ‘डेल्टा प्लस’ का अभी तक एक भी मामला सामने नहीं आया है।
उन्होंने कहा कि गोवा से सटे महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में ‘डेल्टा प्लस’ स्वरूप के मामले सामने आए हैं, ऐसे में ‘‘सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है’’। सावंत ने बताया कि गोवा में कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के 26 मामले सामने आए हैं, जो पुणे की प्रयोगशाला में भेजे गए नमूनों में पाए गए।
उन्होंने कहा कि गोवा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पणजी के पास स्थित), उत्तरी गोवा जिला अस्पताल (मापुसा), दक्षिण गोवा जिला अस्पताल (मडगांव) और विक्टर अस्पताल (मडगांव) कोविड-19 रोगियों के नमूने एकत्र कर रहे हैं जिन्हें पुणे स्थित प्रयोगशाला में स्वरूप की जांच के लिए भेजा जाता है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने गोवा एवं महाराष्ट्र की सीमा के पास निजी प्रयोगशालाओं को अपने केंद्र स्थापित करने की अनुमति दी है। उन्होंने कहा, ‘‘यदि हमें कोई संदिग्ध (गोवा में प्रवेश करने वाला कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति) मिलता है, तो उसे पृथक-वास में रखा जाता है और राज्य में प्रवेश से पहले उसकी जांच की जाती है।’’
राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, गोवा में मंगलवार को संक्रमण के 303 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,64,957 हो गए तथा 11 और लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 3,008 हो गई।