प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब की संपत्तियों पर छापा मारा। वहीं परब ने दावा किया कि दापोली रिसॉर्ट जो केंद्रीय एजेंसी की जांच के केंद्र में है, वह उनका नहीं है।
ईडी के सभी सवालों के जवाब दिए और भविष्य में ऐसा करेंगे – अनिल परब
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले शिवसेना नेता परब ने कहा कि उन्होंने ईडी अधिकारियों के सभी सवालों का जवाब दिया और भविष्य में भी ऐसा करेंगे। परब ने ईडी अधिकारियों के यहां शाम साढ़े सात बजे के करीब उनके सरकारी आवास से निकलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि एजेंसी ने उनके आधिकारिक और निजी आवासों और उनसे जुड़े कुछ लोगों के परिसरों पर छापेमारी की।
जिस रिजॉर्ट के बारे में छापेमारी उसका मालिक सदानंद – परब
मंत्री ने कहा, ‘‘एक चर्चा थी कि ईडी की कार्रवाई होगी। छापे दापोली (तटीय रत्नागिरि जिले में) में साई रिसॉर्ट के बारे में थे, जिसके बारे में मैं कह रहा हूं कि उसका मालिक सदानंद कदम है। उन्होंने अदालत में और यहां तक कि आयकर विभाग को भी सारी जानकारी दे दी है।’’
उन्होंने कहा कि समुद्र के सामने का यह रिसॉर्ट अभी तक चालू नहीं है, फिर भी केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने मालिक के खिलाफ दापोली पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय का आरोप है कि संपत्ति से सीवेज का पानी समुद्र में छोड़ा जा रहा है। परब ने कहा, ‘‘ईडी ने इसे एक व्यापक अपराध का हिस्सा माना और मेरे खिलाफ छापेमारी की।’’
अधिकारियों ने दिन में पहले कहा कि ईडी की कार्रवाई दापोली रिसॉर्ट के निर्माण में तटीय विनियमन क्षेत्र मानदंडों के कथित उल्लंघन से जुड़ी धनशोधन जांच का हिस्सा है।