मणिपुर में शांति लौटने की उम्मीद जल्द, मेइती – कुकी विधायकों की बैठकों के बाद मिल सकता है ठोस समाधान

मणिपुर में शांति लौटने की उम्मीद जल्द, मेइती – कुकी विधायकों की बैठकों के बाद मिल सकता है ठोस समाधान
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मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में मेइती और कुकी समुदायों के बीच संघर्ष को सुलझाने के लिए बातचीत शुरू की गई है। यहां एक कार्यक्रम में सिंह ने राजनीतिक संवाद के माध्यम से संघर्षों को हल करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने उल्लेख किया कि दोनों समुदायों के विधायक दो बार मिल चुके हैं जो शांति प्रक्रिया में प्रगति का संकेत है।

  • संवेदनशील इलाकों में राज्य सुरक्षा बलों की तैनाती
  • विस्थापित लोग अपने मूल स्थानों पर लौटने लगे
  • निर्दोष लोगों की जान जाने की दुर्भाग्यपूर्ण क्षति को स्वीकारा

कुकी विधायकों से दो बार मिले सीएम

उन्होंने कहा, घाटी के विधायक कुकी विधायकों से दो बार मिल चुके हैं। पहाड़ी क्षेत्र समिति के अध्यक्ष का एक दल कुकी और नगा समुदायों की नागरिक संस्थाओं के साथ बैठक कर रहा है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही शांति लौटेगी। सिंह ने पिछले तीन मई को राज्य में हिंसा भड़कने के बाद से निर्दोष लोगों की जान जाने की दुर्भाग्यपूर्ण क्षति को स्वीकार किया, लेकिन शांति कायम होने को लेकर वह आशान्वित दिखे।

संवेदनशील इलाकों में राज्य सुरक्षा बलों की तैनाती

उन्होंने कहा कि संवेदनशील इलाकों में राज्य सुरक्षा बलों की तैनाती से हिंसा को कम करने में मदद मिली है। सिंह ने यह भी कहा कि विभिन्न क्षेत्रों से विस्थापित हुए लोग अपने घरों को लौटने लगे हैं। उन्होंने कहा, लगभग सभी संवेदनशील इलाकों में राज्य सुरक्षा बलों की तैनाती करीब-करीब हो चुकी है।

विस्थापित लोग अपने मूल स्थानों पर लौटने लगे

भगवान की कृपा से, हिंसा की खबरें घटी हैं तथा फौबाकचाओ, दोलाईथाबी, सुगनू और सेरोउ के विस्थापित लोग अपने मूल स्थानों पर लौटने लगे हैं। पिछले साल मई में पहली बार दो समुदायों के बीच जातीय झड़पें शुरू होने के बाद से मणिपुर बार-बार हिंसा की चपेट में आ रहा है। हिंसा में तब से अब तक कुल 219 लोग मारे जा चुके हैं।

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