वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का कहर अब नियंत्रण में आ चुका है, लेकिन अभी भी कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर आने की पूरी आशंका बनी हुई है। ऐसे में टीकाकरण अभियान को तेज करने की जरूरत है, लेकिन कई राज्य वैक्सीन की पर्याप्त खुराक न होने का दावा कर रहे है, जिस कारण टीकाकरण अभियान में बाधा उत्पन्न हो रही है।
वहीं, दूसरी तरफ, गुजरात सरकार के अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि राज्य की जनता के कोरोना वायरस से बचाव के लिए केंद्र से अब तक कोविड रोधी टीके की ‘पर्याप्त’ खुराक मिली हैं और राज्य के पास अभी टीके की करीब सात लाख खुराक और है। अधिकारियों ने विश्वास जताया कि राज्य के सभी पात्र लोगों को इस साल के अंत तक टीका लगा दिया जाएगा।
राज्य के टीकाकरण अधिकारी डॉ. नयन जानी ने बताया कि राज्य की मांग और आवश्यकता के अनुरूप गुजरात सरकार को कोविड-19 रोधी टीके ‘कोवैक्सीन’ और ‘कोविशील्ड’ की अब तक करीब 2.8 करोड़ खुराक मिली हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, गुजरात में 18 वर्ष से अधिक उम्र के करीब 4.8 करोड़ लोग हैं, इनमें से करीब 2.15 करोड़ लोगों को टीके की पहली खुराक लग चुकी है तथा 63.40 लाख लोगों को दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है।
डॉ. नयन जानी ने बताया, ‘‘हमें अब तक करीब 2.8 करोड़ खुराक मिली हैं, जिनकी खपत हो चुकी है। टीकों की आपूर्ति की कोई कमी नहीं है। हमें नियमित अंतराल पर हमारी जरूरत के मुताबिक टीकों की खुराक मिल रही हैं। वर्तमान में हम प्रतिदिन करीब तीन लाख लोगों का टीकाकरण कर रहे हैं, जिसका मतलब है प्रतिमाह करीब 70 लाख लोगों को टीका लगाया जा रहा है।’’
उन्होंने कहा कि इस रफ्तार से टीकाकरण होने से दिसंबर अंत से पहले तक राज्य की पूरी पात्र आबादी को टीका लगा दिया जाएगा। आधिकारिक अनुमान के मुताबिक, गुजरात की टीके के लिहाज से पात्र आबादी के पूर्ण टीकाकरण के लिए राज्य को कुल 9.6 करोड़ खुराक की आवश्यकता है।