देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तिथि की घोषणा हो चुकी है जिसके साथ इन चुनावी प्रदेशो में सियासी हलचल जोरो पर है। सभी राजनीतिक दलों की तरफ से दावेदारी तेज हो रही है। मध्यप्रदेश में इस बार का चुनाव कई मायने में अहम होने वाला है एक और जहां पिछले चुनावो में सत्ता में आई कांग्रेस की सरकार बहुमत खोने के बाद सत्ता विहीन होकर वापसी का प्रयास करेगी वही दूसरी ओर सरकार में बने रहने के लिए बीजेपी चुनाव में पूरी ताकत झोंकेगी।
चुनाव आयोग को धन्यवाद
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में आगामी चुनावों से पहले सोमवार को कहा कि चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार है और लोगों से मतदान प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया। चौहान ने कहा, "मैं चुनाव आयोग को धन्यवाद देता हूं। चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार है।" उन्होंने लोगों से मतदान प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह करते हुए कहा कि मतदान के माध्यम से ही लोग अपनी अगली सरकार चुनेंगे जो मध्य प्रदेश का भविष्य बनाएगी।
राजनीतिक दलों को चुनाव में मर्यादा बनाए रखनी चाहिए
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश हमेशा उच्च नैतिक मानकों वाला राज्य रहा है, इसलिए हम उम्मीद करते हैं कि चुनाव के दौरान सभी राजनीतिक दल इसी तरह का माहौल बनाए रखेंगे। चौहान ने कहा, "राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता अपनी जगह है, लेकिन सभी राजनीतिक दलों को चुनाव में मर्यादा बनाए रखनी चाहिए।" एमपी सीएम ने आगे कहा, 'बीजेपी चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है, हमारे पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गतिशील नेतृत्व है क्योंकि वह मध्य प्रदेश और इसके नागरिकों के दिल में रहते हैं।
कांग्रेस में अंदरूनी कलह
उन्होंने कहा, हमें राष्ट्रीय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और हमारे गृह मंत्री अमित शाह का भी मार्गदर्शन प्राप्त है। चौहान ने कहा, "पार्टी के सभी कार्यकर्ता पूरे समर्पण के साथ मैदान में हैं और मुझे यकीन है कि बीजेपी इस बार रिकॉर्ड जीत हासिल करेगी।" दिन के दौरान, एमपी के सीएम ने भी कांग्रेस पार्टी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस में अंदरूनी कलह है।