चक्रवाती तूफान तौकते के सोमवार शाम को गुजरात तट पहुंचने और मंगलवार तड़के इसे पार करने की आईएमडी की चेतावनी के मद्देनजर रविवार को राज्य के निचले तटीय क्षेत्रों से करीब डेढ़ लाख लोगों को अन्यत्र पहुंचाया जा रहा है तथा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 54 टीमें तैनात की गयी हैं।
सरकार ने कोविड-19 मरीजों का उपचार कर रहे अस्पतालों से बिजली का बैकअप सुनश्चित करने को कहा गया है। आठ विनिर्माण इकाइयों में मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन एवं उसकी आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए इंतजाम किये जा रहे है। किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए सशस्त्रबलों को तैयार रहने को कहा गया है।
गांधीनगर में चक्रवात समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने के बाद मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘चक्रवात से विद्युत आपूर्ति प्रभावित होने की आशंका के मद्देनजर कोविड-19 मरीजों का उपचार कर रहे अस्पतालों से पावर बैकअप सुनिश्चित करने को कहा गया है। आठ विनिर्माण इकाइयों में मेडिकल ऑक्सीजन का निर्बाध उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए प्रबंध किया गया है एवं उसका बफर स्टॉक भी तैयार किया गया है।’’
उन्होंने कहा कि सरकार ने सोमवार और मंगलवार को टीकाकरण रोकने का भी फैसला किया है क्योंकि स्वास्थ्यकर्मियों को इस चक्रवाती तूफान से पैदा होने वाली किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है। रूपाणी ने कहा, ‘‘ राज्य सरकार ने यह फैसला किया है कि चक्रवात की वजह से किसी की जान नहीं जाए।
हमारे पास समय है, इसलिए निचले क्षेत्रों एवं तटीय गांवों में रहने वालों को (रविवार) आधीरात तक अन्यत्र पहुंचाया जाएगा। अनुमान है कि करीब डेढ़ लाख लोग अन्यत्र ले जाये जायेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ चूंकि चक्रवात से भारी वर्षा होगी, इसलिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की 44, राज्य आपदा मोचन बल की दस टीमें तथा अग्निशमन विभाग, पुलिस एवं तटरक्षक बल की टीमों को भी तैनात किया गया है।’’
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में तौकते के मजबूत होकर सोमवार शाम तक गुजरात तट पर पहुंचने एवं मंगलवार सुबह को पोरबंदर एवं महुवा के बीच तट को पार करने का अनुमान है। इससे गुजरात के कई जिलों में भारी वर्षा होने की चेतावनी जारी की गयी है।