मध्य प्रदेश में एक बीटेक छात्र की पिछले दिनों लाश मिली थी। ये लाश एक ऐसे युवक की थी जो अपने परिवार से दूर रहकर पढ़ाई कर रहा था, जिसके कई सपने थे लेकिन वो सपने पुरे होते उससे पहले उसकी मौत हो गई। अब सवाल यही उठ रहा की ये हत्या हैं या फिर आत्महत्या ?
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दरअसल निशांक राठौर की मौत के तमाम सबूत आत्महत्या की ओर इशारा कर रहे हैं, लेकिन मौत से ठीक पहले निशांक के मोबाइल से पिता को भेजे गए मैसेज की गुत्थी पुलिस नहीं सुलझा पाई है। पुलिस को यह जवाब नहीं मिल पा रहा है कि निशांक खुद क्यों ऐसे मैसेज भेजेगा? निशांक के पिता को सर तन से जुदा की मैसेज मिली थी, जिस वजह से पुलिस मामले को सुलझा नहीं पा रही। इस मामले में एसआईटी चीफ अमृत मीणा ने बताया कि चार दिन की पड़ताल में हत्या जैसे कोई सबूत नहीं मिले हैं।
रेलवे स्टेशन पर मिली थी निशांक की लाश
हालांकि, पुलिस यह समझ नहीं पा रही है कि आखिर मौत से पहले निशांक गुस्ताख एक नबी की इक सजा, सर तन से जुदा वाला मैसेज पिता को क्यों भेजेगा? अगर उसने नहीं भेजा तो फिर किसने भेजा? इस सवाल की पहेली सुलझाने के लिए पुलिस हर प्रयास कर रही, लेकिन अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया हैं।
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हम आपको बता दें, सिवनी मालला निवासी बीटेक का छात्र निशांक राठौर का शव रेलवे स्टेशन के पास मिला था। शुरूआती जांच में ये लग रहा था कि ट्रेन की चपेट में आने से राठौर की मृत्यु हुई थी, लेकिन पिता को निशांक के मोबाइल से ‘राठौर साहब आपका बेटा बहुत बहादुर था… गुस्ताख ए-नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा। ’ साथ ही यह भी लिखा है, ‘सभी हिंदू कायरो…वाला मैसेज किया गया था। इसके बाद पुलिस मामल की उदयपुर में हुई हत्या जैसा मानकर जांच करने लगी थी, निशांक के पिता का दावा हैं की उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता हैं।