त्रिपुरा पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) के तीन उग्रवादियों को हथियारों समेत हिरासत में लिया है। सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर उत्तरी त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक भानुपद चक्रवर्ती के नेतृत्व में पुलिस ने बुधवार शाम अगरतला से सिलचर की ओर जा रही यात्री ट्रेन में छापेमारी कर दो संदिग्धों को हिरासत में ले लिया।
संदिग्धों में धलाई जिले के फनीजॉय रियांग और मंडई के समप्राई देववर्मा शामिल हैं। इन संदिग्धों ने बताया कि उनके गुट का तीसरा व्यक्ति भागने में कामयाब रहा।
लंबी पूछताछ के बाद पुलिस को एनएलएफटी के तीसरे सदस्य के बारे में जानकारी मिली और पुलिस ने उसके खिलाफ अभियान शुरू कर उत्तरी त्रिपुरा के खेड़चेरा गांव से कांति मारक नामक इस व्यक्ति को पकड़ लिया।
पुलिस ने तलाश अभियान के दौरान नौ एमएम पिस्तौल से छह राउंड गोलियां भी चलाईं। पुलिस ने एनएलएफटी के उग्रवादियों के पास से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए हैं। हिरासत में लिए गए उग्रवादियों ने पूछताछ के दौरान पुलिस को अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में भी बताया।
पुलिस के मुताबिक करीब दो सप्ताह पहले एनएलएफटी ने पूर्वी त्रिपुरा सीट से भारतीय जनता पार्टी के सांसद रेवती त्रिपुरा को एक नोटिस जारी कर उन पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में संसद में वोट डालकर क्षेत्रीय लोगों को धोखा देने का आरोप लगाया था। एनएलएफटी ने उनका सामाजिक बहिष्कार करने की भी चेतावनी दी है।