असम के मंत्री और पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) के संयोजक हिमंत बिस्व सरमा की हत्या की साजिश रचने के आरोप में मंगलवार को उल्फा के वार्ता समर्थक गुट के उपाध्यक्ष सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने पीटीआई-भाषा को बताया कि पुलिस को साजिश के बारे में एक गुप्त सूचना मिली थी और तुरंत मामले की जांच शुरू की।
उन्होंने कहा, “हमने कल रात (सोमवार की रात) तीनों को पकड़ा। पूछताछ के बाद, हमने तीनों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें अदालत में पेश किया। उन्हें तीन दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।”
तीनों पर आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश), 121 (सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की कोशिश) समेत विभिन्न धाराओं और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धारा 18 (एक आतंकवादी कृत्य की साजिश) सहित कई आरोप लगाए गए हैं।
गुप्ता ने कहा कि तीन आरोपियों में से एक की पहचान उल्फा के वार्ता समर्थक गुट के उपाध्यक्ष प्रदीप गोगोई के रूप में हुई है।