कर्नाटक में पुलवामा हमले की बरसी पर पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने को लेकर गिरफ्तार किए गए केएलई इंस्टिट्यूट के तीन कश्मीरी छात्रों को रिहाई के बाद सोमवार को फिर गिरफ्तार कर हुबली कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने तीनो छात्रों को 2 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत भेज दिया।
इस दौरान कोर्ट के सामने कुछ वकीलों और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा छात्रों के विरोध में प्रदर्शन किया गया। तीनों छात्रों को सुनवाई के बाद 2 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सीआरपीसी की धारा 169 के तहत बांड भरवाकर तीनों छात्रों को रिहा करने के पुलिस के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन होने के बाद यह कार्रवाई की गई।
तीनों कर्नाटक में हुबली जिले के एक केएलई इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट कॉलेज के छात्र हैं। हुबली-धारवाड़ के पुलिस आयुक्त आर. दिलीप नेकहा, ‘‘उन्हें (कश्मीरी छात्रों को) गिरफ्तार कर लिया गया और कोर्ट के समक्ष पेश कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।’’ रविवार को इन छात्रों की रिहाई को लेकर पुलिस की खासी आलोचना हुई थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, तीनों छात्रों को आज सोमवार की सुबह गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। छात्रों की रिहाई के विरोध में दक्षिणपंथी संगठनों के कुछ सदस्यों ने रविवार को पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन किया था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गृहमंत्री बासवराज बोम्मई ने भी पुलिस अधिकारियों से इस मामले में बातचीत की थी।