तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों के एक रैली में ‘‘बंगाल के गद्दारों को गोली मारो ## को’’ का नारा लगाने के एक दिन बाद पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी ने बुधवार को खुद को इससे अलग कर लिया और यह नारा लगाने वाले र्कायकर्ताओं को फटकार लगाई। तृर्णमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि पार्टी इसका समर्थन नहीं करती।
उन्होंने कहा कि कुछ युवकों ने जोश में आकर ऐसी नारेबाजी कर दी थी। उन्होंने कहा, ‘‘ रैली में ऐसा नारा नहीं लगना चाहिए था। ऐसी नारेबाजी करने वालों ने ठीक नहीं किया। ‘‘गोली मारो’’ शब्दों को शब्दश: नहीं लेना चाहिए।’’
तृणमूल के कई समर्थकों ने मंगलवार को दक्षिण कोलकाता में एक शांति रैली के दौरान विवादास्पद नारेबाजी की थी, जिसमें राज्य के दो मंत्री शामिल हुए थे। भाजपा के एक नेता ने जनवरी 2020 में दिल्ली में ‘‘देश के गद्दारों को गोली मारो ## को’’ नारा लगाया था, जिसकी तृणमूल सहित कई विपक्षी पार्टियों ने निंदा की थी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने तृणमूल पर इसको लेकर निशाना साधते हुए कहा कि तब पार्टी आग बबूला हो रही थी और अब खुद ही ऐसा नारा लगा रही है। घोष ने कहा, ‘‘ तृणमूल ही राज्य की राजनीति में बंदूकों और बम की संस्कृति लाई। अब, वे खुलेआम रैलियों में इसे स्वीकार भी कर रहे हैं।’’