गोवा चुनाव को लेकर टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) नेता महुआ मोइत्रा ने गुरुवार को कांग्रेस पर हमला बोला है। मोइत्रा ने कहा, कांग्रेस को यह महसूस करना चाहिए कि उसके नेता भारत के सम्राट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि, यदि कांग्रेस ने गोवा में अपने कर्तव्यों का निर्वहन बखूबी किया होता तो टीएमसी को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए तटीय राज्य के चुनाव मैदान में नहीं उतरना पड़ता। मोइत्रा ने कहा कि, टीएमसी गोवा में गठबंधन करने के लिए तैयार है क्योंकि भाजपा को हराना वक्त की दरकार है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को खुद के सर्वोच्च होने के तौर पर बर्ताव करना छोड़ना होगा।
कांग्रेस अकेले लड़ाई लड़ने में सक्षम नहीं : मोइत्रा
टीएमसी नेता के बयान से पहले कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा था कि, गोवा में कांग्रेस और भाजपा दो मुख्य प्रतिस्पर्धी हैं और यदि आम आदमी पार्टी तथा टीएमसी आगामी विधानसभा चुनाव में अपने-अपने उम्मीदवार उतारती है और कुछ वोट हासिल करती है, तो वे गैर-भाजपा वोट का बिखराव करेंगी। टीएमसी नेता ने कहा कि, कांग्रेस नेतृत्व को यह महसूस करना चाहिए कि भाजपा का मुकाबला करने का वक्त आ गया है तथा कांग्रेस के लिए यह भी महसूस करने का वक्त आ गया है कि वह अकेले यह लड़ाई लड़ने में सक्षम नहीं है। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस को दल-बदल के बारे में बात करने का कोई हक नहीं है क्योंकि उसने एम. लोबो (भाजपा के मंत्री), भाजपा नेता देलिया लोबो, पूर्व मंत्री कारलोस अल्मेडा का पार्टी में स्वागत किया था।
राज्य में 14 फरवरी से होंगे मतदान
मोइत्रा ने कहा कि कांग्रेस की परिभाषा के मुताबिक ममता बनर्जी और जगन रेड्डी बागी हैं। टीएमसी नेता ने कहा कि लेकिन ये लोग मुख्यमंत्री हैं और राज्यों में शासन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, यह उचित समय है कि कांग्रेस महसूस करे कि वे भारत के सम्राट नहीं हैं। गोवा विधानसभा की सभी 40 सीट के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा।