पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस को एक और झटका लगा है। पार्टी विधायक जितेंद्र तिवारी ने आसनसोल नगर निगम प्रमुख के पद से इस्तीफा दिया। कुछ दिन पहले ही उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार को एक पत्र लिखकर इस औद्योगिक शहर को केंद्रीय कोष से वंचित रखने का आरोप लगाया था।
आसनसोल से विधायक और शहर के मेयर रह चुके जितेंद्र तिवारी ने मंगलवार को राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहद हकीम से मिलने तक से मना कर दिया और कहा है कि वह सिर्फ ममता बनर्जी से बात करेंगे। जितेंद्र तिवारी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार राजनीति की वजह से आसनसोल नगर निगम को केंद्र से मिलने वाला फंड इस्तेमाल नहीं करने दे रही है।
3 IPS अफसरों की केंद्र में तैनाती से तिलमिलाई ममता, कहा-सत्ता का घोर दुरुपयोग
जितेंद्र तिवारी से पहले टीएमसी में अच्छी पकड़ रखने वाले शुभेंदु अधिकारी ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले बुधवार को अधिकारी ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। शुभेंदु अधिकारी को टीएमसी से विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद डर है कि सत्तारूढ़ ममता सरकार पार्टी छोड़ने के कारण अब उनसे बदला ले सकती है।
शुभेंदु अधिकारी ने इस्तीफा देने के बाद कहा है कि उन्हें डर है कि उनका राजनीति रुख बदलने के बाद अब पश्चिम बंगाल की पुलिस उन्हें फर्जी और झूठे आपराधिक मामलों में फंसा सकती है। अधिकारी ने इस संबंध में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को चिट्ठी लिख मदद मांगी है।