एक ओर जहां देश में विकास और शिक्षा की सुलभता को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, वहीं देश का एक हिस्सा ऐसा भी है जहां स्कूल जाने के लिए छोटे-छोटे बच्चों को ऐल्युमिनियम के बर्तनों में बैठकर नदी पार करनी पड़ती है। ऐसा ही एक मामला असम से आया जहा छोटे-छोटे बच्चे बर्तन में बैठकर नदी पार कर स्कूल जाते है। बच्चे न सिर्फ पतीले में बैठकर नदी पार करते हैं बल्कि उनके साथ किताबों से भरा स्कूल बैग भी रहता है।
#WATCH Students of a primary govt school in Assam's Biswanath district cross the river using aluminium pots to reach their school. pic.twitter.com/qeH5npjaBJ
— ANI (@ANI) September 27, 2018
ऐसे में अगर पतीला कहीं भी डगमगाए तो बच्चे नदी में गिर सकते हैं और कोई भी हादसा हो सकता है। इस बारे में स्कूल के टीचर जे दास का कहना है कि मुझे हमेशा बच्चों को इस तरह नदी पार करते देखकर डर लगता है, यहां कोई पुल नहीं है, इससे पहले ये बच्चे केले के पेड़ से बनी नाव का इस्तेमाल करते थे। मीडिया में बच्चों का वीडिया रिपोर्ट होने के बाद इलाके से बीजेपी विधायक प्रमोज बोर्थकुर ने कहा कि मैं यह देखकर शर्मिदा हूं।
उन्होंने कहा कि इलाके में PWD की एक भी सड़क नहीं है, मुझे नहीं पता कि सरकार ने इस टापू पर कैसे स्कूल का निर्माण किया। हम बच्चों के लिए जरूर नाव उपलब्ध कराएंगे और जिलाधिकारी से भी स्कूल को किसी अन्य जगह पर शिफ्ट करने के लिए कहेंगे। बच्चों के लिए नाव या पुल कब तैयार होगा पता नहीं। लेकिन मौजूदा वक्त में यह तस्वीरें हमारी शिक्षा व्यवस्था और सिस्टम पर गंभीर सवाल जरूर खड़े कर रही हैं।