केंन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और डी वी सदानंद गौड़ा सिद्धगंगा मठ के प्रमुख के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे और प्रधानमंत्री की ओर से पुष्प अर्पित करेंगे। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दोनों मंत्री शिवकुमार स्वामी के अंतिम संस्कार में शामिल होने कर्नाटक जाएंगे। गौरतलब है कि सिद्धंगगा मठ के प्रमुख 111 वर्षीय लिंगायत संत शिवकुमार स्वामी का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को निधन हो गया था।
वह अपने अनगिनत सर्मथकों के बीच ‘‘चलते-फिरते ईश्वर’’ के नाम से मशहूर थे। कर्नाटक सिद्धगंगा मठ के महंत 111 वर्षीय शिवकुमार स्वामी जी का सोमवार दोपहर निधन हो गया। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने इसकी पुष्टि करते हुए कर्नाटक में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।
अपने अनुयायियों के बीच भगवान का दर्जा पाने वाले स्वामी जी के निधन की खबर से पूरे राज्य में शोक की लहर फैल गई है। मठ में स्वामी जी के भक्त दर्शन के लिए श्रद्धालु पहुंचने लगे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेता उन्हें अपना गुरु मानते हैं। वर्ष 2007 में उनके 100वें जन्मदिन पर तत्कालीन कर्नाटक सरकार ने शिवकुमार स्वामी जी को राज्य के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘कर्नाटक रत्न’ से नवाजा था।
बता दें कि पिछले महीने चेन्नई के एक निजी अस्पताल में स्वामी जी के पित्ताशय और यकृत की बाईपास सर्जरी की गई थी। बाद में उनको बेंगलुरु लाया गया था। वहां से उन्हें तुमकुरु के सिद्धगंगा मठ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद वेंटीलेटर पर रखा गया था।
राज्य की कुल जनसंख्या का 18 फीसदी लिंगायत समुदाय की संख्या है, जिसके कारण राज्य की राजनीति पर इस समुदाय का खासा प्रभाव है। राज्य के तुमकुरु जिले में लिंगायत समुदाय का प्रमुख मठ सिद्धगंगा है और शिवकुमार स्वामी जी इसके प्रमुख महंत थे। राज्य के लिंगायत मठों की संख्या 400 से ज्यादा है।