हल्द्वानी : भारतीय सेना के मिलिट्री इटेलीजेंस कोर का 77 वां स्थापना दिवस शुक्रवार को कमलुवागांजा रोड, कुसुमखेड़ा स्थित हरिकृपा गार्डन में मनाया गया। इस दौरान कोर के शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गयी। तत्पश्चात गणेश वदंना, कुमांऊनी व गढ़वाली लोकनृत्य जिसमें मुख्य रूप से झोड़े, चाचरी आदि कार्यक्रम किये गये। मंच का संचालन कैप्टन त्रिवेणी चंद्र पांडे व सुबेदार मेजर प्रकाश चंद्र जोशी के द्वारा किया गया।
इस कढ़ी में सर्वप्रथम दीप प्रज्वलन कैप्टन एस एस भंडारी, उदय सिंह, चंपा मेहरा, कमला पाण्डे, ललिता पपोला, कमला जोशी तथा पार्षद धीरज पांडे द्वारा किया गया। इस दौरान इटेलीजेंस के वक्ताओं ने बताया कि मिलिट्री इटेलीजेंस कोर की स्थापना 1 जनवरी 1941 में कराची में हुआ, परन्तु स्वतंत्रता के पश्चात भारत-पाक विभाजित हुए व भारत में मुख्यालय अम्बाला छावनी में स्थानान्तरित किया व निश्चित हुआ कि वास्तव में इस कोर की स्थापना 1 नवम्बर 1942 को हुआ। तब से इस दिन को ही मनाया जाता है।
वक्ताओं ने बताया कि इस कोर को साइलेँट वैरियर के नाम से भी जाना जाता है। इस कोर के जवानों ने देश के लिये युद्ध काल हो या शांति काल महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि इस दौरान हमारे कई सैनिकों ने अपनी जान गवाकर सर्वोच्च बलिदान दिया है। इसलिये इन्हें गुमनाम युद्धवीर की संज्ञा दी जाती है। कार्यक्रम को सफल बनाने में म़ुख्यरूप से कैप्टन दिवान सिंह पपोला, कैप्टन उदय सिंह मेहरा, सुबेदार मेजर प्रकाश चंद्र जोशी, सुबेदार मेजर रमेश चंद्र जोशी, कैप्टन चंचल सिंह बोरा, कैप्टन त्रिवेणी चन्द्र पाण्डे, कैप्टन भगवत सिंह नेगी, सुबेदार मेजर खड़क सिंह आदि लोगों का सहयोग रहा।