तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में कुछ ही दिन बचे हैं, ऐसे में राज्य की राजनीति में काफी ऊथल-पुथल देखने को मिल रही है। अम्मा मक्कल मुनेत्र कजगम (एएमएमके) के नेता टीटीवी दिनाकरन ने मंगलवार को इसे अफवाह करार दिया कि उनकी पार्टी सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन करने से संबंधित मुद्दों पर बातचीत कर रही है। उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी, जो द्रमुक के खिलाफ है और उनकी पार्टी के नेतृत्व को स्वीकार करने के लिए तैयार है, वे उनके नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि एएमएमके का एकमात्र उद्देश्य द्रमुक को सत्ता से दूर रखना है और इस मकसद के लिए समान विचारधारा वाली पार्टियां उनके गठबंधन में शामिल हो सकती हैं। हालांकि, उन्होंने अन्नाद्रमुक और भाजपा का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें पता है कि वे गठबंधन के लिए नहीं आएंगे।
उन्होंने कहा, चुनाव नजदीक हैं। हमारा एकमात्र उद्देश्य द्रमुक को सत्ता में आने से रोकना है। मैं इसके लिए प्रयास कर रहा हूं। ऐसा नहीं है कि यह पार्टी आनी चाहिए या नहीं… हम द्रमुक का विरोध करने वाले और हमारे नेतृत्व को स्वीकार करने तथा चुनाव में उतरने वाले दलों को (एएमएमके के नेतृत्व वाले गठबंधन में) शामिल करने के लिए तैयार हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या इसका मतलब है कि वह द्रमुक को हराने के लिए भाजपा और अन्नाद्रमुक के साथ हाथ मिलाने के लिए तैयार हैं, तो निर्दलीय विधायक ने कहा, ऐसा नहीं है। गौरतलब है कि तमिलनाडु में छह अप्रैल को एक चरण में विधानसभा चुनाव होने हैं।