गुलाम नबी आजाद की डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी को एक झटका लगा जिसमें पार्टी के दो पूर्व नेताओं ने मंगलवार को 58 अन्य राजनीतिक कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
कौन – कौन नेता हुए कांग्रेस में शामिल ?
विधान परिषद के पूर्व सदस्य (पूर्व एमएलसी) निजामुद्दीन खटाना, उनके बेटे और गुज्जर एवं बकरवाल कल्याण बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष गुलजार अहमद खटाना तथा अन्य का अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) की जम्मू-कश्मीर मामलों की प्रभारी रजनी पाटिल और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष वकार रसूल वानी ने पार्टी में स्वागत किया।
इसने दिया पार्टी से इस्तीफा?
इस मौके पर पार्टी मुख्यालय में पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद, पूर्व मंत्री पीरजादा मोहम्मद सईद और पूर्व विधायक बलवान सिंह भी मौजूद थे, जो आजाद के नेतृत्व वाली पार्टी को छोड़कर इस महीने की शुरुआत में कांग्रेस में लौट आए थे।
वानी ने संवाददाताओं से कहा, सभी 60 कार्यकर्ताओं में से लगभग 70 से 80 प्रतिशत कार्यकर्ता, जो किसी प्रभाव के तहत नव गठित पार्टी में चले गए थे, अब कांग्रेस में वापस आ गए हैं। सभी नवगठित पार्टी के संस्थापक सदस्य थे। डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के महासचिव खटाना और उनके बेटे ने 10 जनवरी को ही डीएपी से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस के जम्मू-कश्मीर मामलों की प्रभारी रजनी पाटिल ने नए लोगों को शुभकामनाएं दीं और उन्हें आश्वासन दिया कि उन्हें पार्टी में उचित सम्मान मिलेगा। उन्होंने कहा, ”कांग्रेस नेतृत्व का मानना है कि यह लोग दो महीने की छुट्टी पर चले गए थे और अब काम पर वापस आ गए हैं। हम एक साथ आगे बढ़ेंगे और अपनी पार्टी को मजबूत करेंगे। उन्होंने दावा किया है कि आने वाले दिनों में डीएपी के और नेता पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं।