महाराष्ट्र की राजनीति में उथल – पुथल जारी हैं, शिवसेना में टूट के बाद ही अपने ही एक -दूसरे को तोड़ रहे है। उद्धव ठाकरे ने अब परोक्ष रूप से शिंदे को घेरने का सियासी प्लान तैयार कर लिया हैं। ठाकरे जल्द ही ठाणे में रैली कर कार्यकर्ताओं मे जोश भरने का काम करेंगे। एक मीडिया चैनल की रिपोर्ट के आधार पर बताया गया हैं कि ठाकरे ने कार्यकर्ताओं ने एक रैली को आयोजित करने को कहा हैं , उन्होनें कहा अगर मैं रैली को संबोधित करूं तो आप समय तय कीजिए , कार्यकर्ताओं से ठाकरे ने कहा कि जिस दिन से साजिश के साथ सरकार को गिराया गया था, उसके बाद से ही कोई दिन नहीं गया जब कोई हमारे साथ ना जुड़ा हो। ठाकरे रैली को संबोधन करने से पहले बंजारा समजा के सर्वोच्च स्थल पोहरादेवी मंदिर भी जाएंगे। ठाकरे ने कहा कि सरकार हार के डर निकाय चुनाव में देरी कर रही हैं। सरकार साजिश कर रही हैं लोगों के दिमाग से शिवसेना को कैसै हटाया जाए।
एक नए नाम व चिन्ह के साथ आगे बढ़ रहा हूं
ठाकरे ने कहा कि उन्होनें पार्टी व चिन्ह पर दावा किया तो चुनाव आयोग ने पार्टी के चिन्ह व नाम को फ्रीज कर दिया। वो डरकर चुनाव आय़ोग भाग गए । वह शिवसेना को तोड़कर आगे नहीं बढ़े बल्कि उन्होनें भाजपा को आगे बढ़ाया। बता दे की हाल ही में चुनाव आयोग ने शिवसेना के दोनों गुटों को अलग -अलग चुनाव व पार्टी का नाम दिया हैं। शिंदे गुट को चुनाव आयोग ने बालासाहेब शिवसेना नाम दिया हैं , इसके विपरीत ही उद्धव गुट को बालासाहेब उद्धव सेना का नाम दिया गया हैं।
ठाकरे की बीजेपी में सेंध
उद्धव ठाकरे शिंदे के गढ़ में बीजेपी को तगड़ा झटका दिया है। पूर्व विधायक संजय देशमुख ने उद्धव गुट का दामन थाम लिया हैं , वह संजय देशमुख के साथ मिलकर ठाणे इलाके में सरकार को घेरने का सियासी प्लान तैयार कर रहे हैं। संजय देशमुख साल 2019 विधानसभा चुनाव में वह शिंदे के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर मैदान में थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।