लॉकडाउन के दौरान अलग-अलग राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों की गृह वापसी के लिए राज्य सरकारें प्रयास कर रही है। इसी बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को मजदूरों को लेकर कहा कि फिलहाल ट्रेनें तो नहीं खुलेंगी यह निश्चित है, लेकिन मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए सरकार लगातार कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि मैं प्रवासी मजदूरों को विश्वास दिलाता हूं कि मैं इस मुद्दे पर केंद्र से बात कर रहा हूं और जो भी संभव होगा वह जल्द ही किया जाएगा। एक बात सुनिश्चित है कि ट्रेनें शुरू नहीं होंगी, क्योंकि हम भीड़ नहीं चाहते हैं, अन्यथा, लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की आवश्यकता होगी।
उन्होंने कहा, आज अक्षय तृतीया है लेकिन कोई उत्सव नहीं मनाया जा रहा, इसके लिए मैं सभी का आभारी हूं। मैं अपील करना चाहता हूं कि इस रमजान प्रार्थना करने के लिए बाहर मत जाओ। हर कोई पूछ रहा है कि भगवान कहाँ है। इन कठिन समय में हमारी सेवा करने वाले पुलिस, डॉक्टर, सफाई कर्मचारी और अन्य सभी में ईश्वर है।
कोरोना वायरस 2 पुलिसकर्मियों की मौत पर मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा, यह दर्दनाक है कि हमारे 2 पुलिसकर्मियों ने अपने जीवन का बलिदान दिया है। मैं उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं। सरकार की नीति के अनुसार उनके परिवारों की हर संभव मदद की जाएगी।
कोरोना से सबसे गंभीर रूप से प्रभावित महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या में एक दिन में 811 की वृद्धि दर्ज की गई और कुल आंकड़े 7628 पर पहुंच गए है। राज्य में अब तक 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। जिसमें से 2 की मौत हो चुकी है।