कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के थमते ही बढ़ती भीड़ ने सरकारों की चिंता बढ़ा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कोरोना स्थिति को लेकर आज छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भीड़ को कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर को रोकने के लिए एक बड़ी चुनौती करार दिया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया कि वे धार्मिक, सामाजिक कारणों के साथ-साथ राजनीतिक घटनाओं और आंदोलन की भीड़ को रोकने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक व्यापक नीति बनाएं। मुख्यमंत्री ठाकरे ने बैठक में कोविड की दूसरी लहर से निपटने के लिए महाराष्ट्र द्वारा उठाए गये ठोस कदमों और तीसरी लहर से लड़ने के लिए योजनाओं की जानकारी दी।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में मरीजों की संख्या और मृत्यु दर में गिरावट आ रही है, लेकिन इसे और कम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वह अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के टीकाकरण में तेजी ला रहे हैं और टीकों की बर्बादी कम कर रहे हैं।
उन्होंने कोरोना को लेकर समय-समय पर प्रदेश का मार्गदर्शन करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि दूसरी लहर अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है। मरीजों की संख्या हालांकि घट रही है लेकिन पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि महाराष्ट्र कोरोना वायरस की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयार है और उद्योगों को बचाए रखने के लिए उपाय किए जा रहे हैं।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर में राज्य को प्रतिदिन लगभग 4,000 टन ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी और राज्य में 2,000 टन का उत्पादन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शेष 2,000 टन ऑक्सीजन यदि यह पड़ोसी के राज्यों से उपलब्ध करा दिया जाए तो बहुत बड़ी मदद हो जायेगी।