चुनाव आयोग ने पिछले हफ्ते शिंदे समूह को मान्यता दी और इसे मूल 'शिवसेना' नाम और इसका चुनाव चिन्ह 'धनुष और तीर' भी दिया। वहीं ठाकरे पक्ष के अधिकांश नेताओं ने इसे 'चोरी' करार दिया। ईसीआई के कदम के तुरंत बाद, नाराज पूर्व सीएम ने कहा कि वे सब कुछ चुरा सकते हैं, पार्टी का नाम, चुनाव चिन्ह, इसके नेता, सांसद, विधायक, आदि, लेकिन 'चोर' जादुई 'ठाकरे' नाम कभी नहीं लूट सकते, कानूनी लड़ाई की तैयारी कर रहे है।