रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के कारण वहां फंसे भारतीयों को केंद्र सरकार ऑपरेशन गंगा के तहत वापस ला रही है। अब तक करीब 17 हजार भारतीयों को वहां से निकला जा चुका है। इस बीच त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने शुक्रवार को कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन से वापस आने वाले राज्य के छात्रों के अगरतला से दिल्ली तक आने का हवाई खर्च वह (देव) वहन करेंगे।
त्रिपुरा भवन के अधिकारियों को दिए हैं निर्देश
सीएम देव ने ट्वीट कर कहा, त्रिपुरा के लोगों के प्यार और आशीर्वाद के लिए मैं हमेशा उनका आभारी रहूंगा। आभार के तौर पर, मैंने निर्णय लिया है कि यूक्रेन से वापस आने वाले छात्रों के लिए दिल्ली-अगरतला उड़ान का खर्च मैं अपने वेतन से दूंगा। देव ने कहा, नई दिल्ली स्थित त्रिपुरा भवन के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं ताकि यूक्रेन से लौटे छात्रों के साथ समन्वय किया जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार भारतीय मूल के छात्रों को उनके परिवार से मिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
यूक्रेन से आई छात्राओं ने की सीएम से मुलाकात
यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रही दो छात्राओं- मेघा त्रिवेदी और जैस्मिन देववर्मा दिल्ली से होते हुए घर पहुंचीं और उन्होंने गुरुवार को मुख्यमंत्री से उनके कार्यालय में मुलाकात की। छात्राओं ने मुख्यमंत्री द्वारा दी गई सहायता के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। देव ने संवाददाताओं से कहा, युद्ध के कारण यूक्रेन में राज्य के कितने छात्र फंसे हैं हमें इसकी सटीक संख्या ज्ञात नहीं है। मुझे उम्मीद है कि केंद्र सरकार सभी छात्रों के सुरक्षित लौटने के लिए हर संभव कदम उठाएगी।