भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शराब के खिलाफ जागरुकता अभियान की शुरुआत कर दी है। उन्हें आशंका है कि प्रदेश कहीं ‘उड़ता मध्यप्रदेश’ ना बन जाए। बता दें कि उमा भारती प्रदेश में शराब के खिलाफ लगातार हमला बोल रही हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट के माध्यम से कहा कि करीब सवा महीने पहले उनकी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की शराबबंदी को लेकर बात हुई। इसके बाद उनकी दिल्ली में पार्टी संगठन के वरिष्ठतम नेतृत्व से इस विषय पर बात हुई। प्रदेश पार्टी संगठन के वरिष्ठ प्रभारियों से भी इसी संबंध में बात हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि सभी बैठकों में सब शराब के खिलाफ एकमत थे। सभी का मानना था कि शराब पिलाने के अहाते प्रदेश में नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके बाद अब डेढ़ महीना हो चुका है। बातचीत के परिणाम आने की प्रतीक्षा करते हुए वे जागरूकता अभियान शुरु कर रही हैं क्योंकि ये अभियान पार्टी एवं सरकार की नीति के ही अनुसार है।1. करीब सवा महीने पहले मेरी और शिवराज जी की शराबबंदी को लेकर लंबी वार्ता हुई फिर दिल्ली में हमारी पार्टी संगठन के वरिष्ठतम नेतृत्व से मेरी इसी विषय पर बातचीत हुई।
— Uma Bharti (@umasribharti) June 7, 2022
उमा भारती ने कहा कि यह अभियान तेजी पकड़े यह जरूरी है। उन्होंने पंजाब का उदाहरण देते हुए कहा कि हर नशा एक-दूसरे से जुड़ है और हम भूल से मध्यप्रदेश को‘उड़ता मध्यप्रदेश’ना बना दें।