पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव को लेकर बिहार के राजनीतिक दलों में मचे सियासी घमासान के बीच केन्द्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने जनता दल यूनाईटेड (जदयू) उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर (PK) पर परोक्ष हमला करते हुए मंगलवार को कहा कि छात्रसंघ चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाकर पुलिस, प्रशासन और विश्वविद्यालय को दंडवत करा कर क्या वे प्रधानमंत्री बन जायेंगे।
कुशवाहा ने प्रशांत किशोर का नाम लिये बगैर ट्वीट कर कहा,”गौरवशाली पटना विश्वविद्यालय का पूर्व छात्र हूँ। विश्वविद्यालय की गरिमा व छात्रों की छवि धूमिल होते देखना दुखद है। जनाब! छात्रसंघ चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाकर‘पुलिस- प्रशासन- विश्वविद्यालय’ सबको दंडवत करा दिया। इतनी फजीहत कराकर जीत भी गए तो प्रधानमंत्री बन जायेंगे।”
एक अन्य ट्वीट में राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (रालोसपा) अध्यक्ष ने कहा कि छात्रसंघ का चुनाव छात्रों का है। पटना विश्वविद्यालय के छात्र- छात्रायें मासूम एवं संवेदनशील हैं, उन्हें बख्श दें। छात्रों को राजनीतिक स्वार्थ में गुमराह कर उनके भविष्य से खिलवाड़ न करें। छात्रों के बीच वैचारिक द्वंद्व को आपराधिक रंग देना ठीक नहीं। लिंगदोह रिपोर्ट की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
कुशवाहा ने कहा कि छात्र संघ चुनाव में सत्ता एवं सत्ताधारी दल की ताकत का महादुरुपयोग व्यक्ति के अहंकार की पराकाष्ठा है। ऐसा अहंकार तो इतिहास में हमेशा ही सर्वनाश का कारण साबित हुआ है। उन्होंने कहा, “माननीय मुख्यमंत्री जी, आनेवाली पीढ़ी कैसे विश्वास करेगी कि आप भी उसी विश्वविद्यालय के छात्र रहें हैं।”
गौरतलब है कि दो दिन पूर्व विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के प्रचार के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और सत्तारूढ़ जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हुई थी। इसमें जदयू छात्र नेता दिव्यांशु भारद्वाज को काफी चोटें आई थी। इस मामले में पटना पुलिस ने एबीवीपी के राज्य कार्यालय में छापेमारी की थी।
इससे नाराज भाजपा नेताओं ने प्रशांत किशोर के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उनपर छात्र संघ के चुनाव में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था। विश्वविद्यालय के कुलपति से मिलने पहुंचे प्रशांत किशोर की कार पर सोमवार रात पटना विश्वविद्यालय में छात्रों ने हमला बोल दिया जिसमें वह बाल-बाल बच गये।