उत्तराखंड में एक व्यक्ति को जेड सुरक्षा प्रदान करने सम्बन्धित केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की संस्तुति का एक पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजने का मामला सामने आया है। बता दें कि, जांच में यह पत्र फर्जी साबित हुआ है। यह जानकारी राज्य की अपर मुख्य सचिव, राधा रतूड़ी ने बुधवार को दी। रतूड़ी के अनुसार संज्ञान में आया है कि, किसी व्यक्ति को जेड सिक्योरिटी प्रदान करने के लिए गृह मंत्री शाह द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कोई पत्र नहीं भेजा गया है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि सोशल मीडिया में चल रहे इस फर्जी पत्र को गम्भीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री धामी ने दोषी व्यक्ति पर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि पीआईबी की फेक्टचैक द्वारा भी इस पत्र को फर्जी पाया गया है। राज्य पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) मे सोशल मीडिया इंटरवेशंन सेल कार्यरत है। जिसका उदेश्य सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की भ्रामक एंव गलत सूचना प्रसारित होने पर तत्काल प्रभाव से विश्लेषण कर वैधानिक एंव उचित कार्यवाही करना है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि सोशल मीडिया में चल रहे इस फर्जी पत्र को गम्भीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री धामी ने दोषी व्यक्ति पर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि पीआईबी की फेक्टचैक द्वारा भी इस पत्र को फर्जी पाया गया है। राज्य पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) मे सोशल मीडिया इंटरवेशंन सेल कार्यरत है। जिसका उदेश्य सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की भ्रामक एंव गलत सूचना प्रसारित होने पर तत्काल प्रभाव से विश्लेषण कर वैधानिक एंव उचित कार्यवाही करना है।
अधिकारी रतूड़ी ने बताया कि, इस क्रम में आज सोशल मीडिया इंटरवेशंन सेल को एक पोस्ट प्राप्त हुई। जिसमें गृह मंत्री के लैटर पैड पर एक सशंय पैदा करने वाला पत्र लिखा गया था। इस पत्र की प्रथमदृष्टया जांच के उपरान्त प्रतीत होता है कि, गृह मंत्री के पत्र का रूपांतरण कर इस प्रकार से समाज मे कानून व्यवस्था बाधित करने हेतु भ्रामक सूचना प्रसारित की गई है। इस क्रम मे एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा सुसगंत धाराओ मे अभियोग पजींकृत करने की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी है।