उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा पर इस साल भी बैन लगा दिया है। कोरोना महामारी के मद्देनजर राज्य सरकार ने ये फैसला लिया है। प्रतिबंद के बावजूद भी अगर कोई हरिद्वार पहुंचा तो उसे 14 दिन के लिए पृथकवास में भेजा जा सकता है। पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने तीसरी लहर के मद्देनजर कांवड़ यात्रा पर पूर्णरूप से प्रतिबंद लगाया था।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार की अध्यक्षता में आज देहरादून में कांवड यात्रा को लेकर 8 राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक हुई। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने राज्यों में थाना स्तर पर बैठक कर प्रतिबंध की जानकारी दें।
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया, "साल 2020 की तरह इस साल भी कोरोना के चलते उत्तराखंड सरकार ने कांवड यात्रा को प्रतिबंधित किया है।" उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण लगातार दूसरे साल यात्रा रोकी गई है। स्थानीय लोगों के लिए भी यात्रा प्रतिबंधित रहेगी।
डीजीपी ने कहा, हम सब से अपील करते हैं कि हमारा सहयोग करें और अपने स्थानीय मंदिरों में जलाभिषेक करें। प्रतिबंधित होने की वजह से हरिद्वार आने पर हमें कार्रवाई करनी पड़ेगी और ऐसे लोगों को 14 दिन के लिए क्वारंटीन भी किया जा सकता है।