महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को बताया कि राज्य में 1,80,88,042 लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की खुराकें मिल चुकी है।राज्य सरकार ने बताया कि रविवार को 1,10,448 लोगों को टीके की खुराक दी गयी।एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, एक मई को 18 से 44 साल के उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण शुरू होने के बाद से इस समूह के 4,36,302 लोगों को टीके की खुराक दी गयी है।राज्य में 11,27,341 लोगों को टीके की पहली खुराक और 6,68,901 को दूसरी खुराक भी मिल गयी है।
इसी तरह अग्रिम मोर्चे के 15,04,578 कर्मियों को पहली खुराक और 6,19,622 कर्मियों को दूसरी खुराक दी गयी है।बयान के मुताबिक, राज्य में 1,21,00,410 लोग पहली खुराक ले चुके हैं और 20,67,190 लोगों को दूसरी खुराक मिल चुकी है।महाराष्ट्र में रविवार को कोरोना वायरस के 48,401 नए मामले आने से संक्रमितों की संख्या 51,01,737 हो गयी। वहीं 572 और लोगों के दम तोड़ देने से मृतक संख्या 75,849 हो गयी है।
बता दें कि रविवार को महाराष्ट्र में कोविड-19 के 48,401 नये मामले सामने आये जिससे राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 51,01,737 हो गई। वहीं 572 और मरीजों की संक्रमण से मौत हो जाने से राज्य में मृतक संख्या बढ़कर 75,849 हो गई।महाराष्ट्र में रविवार को कोविड-19 के 48,401 नये मामले सामने आने के साथ ही राज्य में इस वर्ष 5 अप्रैल के बाद पहली बार ऐसा हुआ जब एक दिन में 50,000 से कम नये मामले सामने आये। पांच अप्रैल को राज्य में 47,288 नये मामले सामने आये थे।
विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि महाराष्ट्र में दिन में कुल 60,226 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई जिससे महाराष्ट्र में अभी तक ठीक हुए रोगियों की संख्या बढ़कर 44,07,818 हो गई।विभाग ने कहा कि 572 मौतों में से 310 मौतें पिछले 48 घंटे में हुई।
विभाग के अनुसार महाराष्ट्र में ठीक होने की दर अब 86.4 प्रतिशत है, जबकि मृत्यु दर 1.49 प्रतिशत है। महाराष्ट्र में अब 6,15,783 उपचाराधीन मामले हैं।राज्य में 2,47,466 और नमूनों की जांच की गई जिससे महाराष्ट्र में अब तक की गई जांच की संख्या बढ़कर 2,94,38,797 हो गई है।
विभाग ने कहा कि मुंबई में दिन के दौरान 2,395 नये मामले सामने आये और 68 और मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ ही मुंबई में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 6,75,630 हो गई जबकि मृतक संख्या बढ़कर 13,781 हो गई।महाराष्ट्र में वर्तमान में 36,96,896 मरीज घर पर पृथकवास में हैं जबकि 26,939 मरीज संस्थागत पृथकवास में हैं।