भीमताल : जीआईएस कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुये जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि जीआईएस द्वारा किसी स्थान के अक्षान्तर-देशान्तर व सड़क, स्कूल, अस्पताल आदि की सम्बन्धित सूचना प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया जीआईएस सेल के लिए जनपद में 74 विभागों के नोडल ऑफिसर नामित किये गये हैं एवं डाटा फिडिंग हेतु डाटा एन्ट्री ऑपरेटरों को भी प्रशिक्षण कर दिया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी विभाग अपने-अपने विभागों का डाटा जीआईएस सेल को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें एवं जीआईएस डाटा को समय-समय पर अपग्रेड करने का दायित्व नोडल अधिकारी व उनके सहायक की होगी। उन्होंने बताया कि जनपद में जीआईएस सेल हेतु 2 कार्मिक जीआईएस विशेषज्ञ व टैक्निीशियन की नियुक्ति कर दी गई हैै। उन्होंने बताया किसी भी विभाग को डाटा अपडेट करने में कोई कठिनाई आती है तो वे जीआईएस सेल से सम्पर्क कर सकते है।
श्री बंसल ने कहा कि जनपद स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी को जीआईएस का नोडल अधिकारी बनाया गया है, जिनके निर्देशन में विभागवार रोस्टर बनाकर प्रशिक्षण एवं डाटा अपडेशन का कार्य प्रारम्भ कर सभी विभाग सूचना को ससमय जीआईएस सेल को उपलब्ध करायेंगे। मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार ने ई-गर्वेनेन्स तथा जी-गर्वेनेन्स के बारे में विस्तृत जानकरी दी।
उन्होंने बताया जनपद में जीआईएस पर आधारित प्रयोग वर्तमान मे विकास खण्ड के दो ग्राम पंचायतों मे किया जा रहा है जो सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि ग्राम पंचायत में मनरेगा के अन्तर्गत कराये जाने वाले विभिन्न कार्य जीपीएस व जीआईएस पर आधारित है, भविष्य में जनपद के सभी ग्राम पंचायतों में जो भी कार्य होंगे वे एनआरएलएम व गैर एनआरएलएम के द्वारा कराये जायेंगे वे सभी कार्य जीआईएस पर आधारित होंगेे। निदेशक जेएस रावत ने जीआईएस की उपयोगिता के सम्बन्ध मे विस्तृत प्रशिक्षण पीपीटी के माध्यम से दिया।
उन्होंने समस्त विभागों को निर्देशित किया कि सभी विभाग अपने-अपने विभागों से सम्बन्धित स्थाई, अस्थाई परिसम्पत्तियों तथा समस्त कार्मिकों का विवरण तैयार कर जीआईएस सैल को उपलब्ध करायें ताकि गुणात्मक डाटा को जियो पोर्टल में अपलोड किया जा सके। जीआईएस टैक्नीशियन बसन्त ने बताया कि जनपद में 74 विभागों का जीआईएस एक्टिीव्यूट डाटा फाॅरमैट बनाया गया है एवं 54 विभागों का लोकेशन वेरीफाई कर ली गई है तथा 45 विभागों का जीआईएस मैपिंग कर ली गई है।