भारत विविधता में एकता, बहुलवादी मूल्यों और सभी धर्मों के शांतिपूर्ण सह अस्तित्व के लिए जाना जाता है। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को कोलकाता में रोटरी इंटरनेशनल के वैश्विक सम्मेलन 2020 को संबोधित करते हुए ये बात कही।
वैश्विक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इन मूल्यों की रक्षा होनी चाहिए और लैंगिक या लोगों के बीच भिन्नताओं के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने देश के युवाओं को सामाजिक सौहार्द्र पर ध्यान देने और समुदायों के बीच रिश्ते की मजबूती के लिए काम करने का आह्वान किया।
समाज स्वंयसेवी संस्थाओं से, सिविल समाज से अपेक्षा करता है कि आप स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, योग, फिट इंडिया, पोषण अभियान जैसे रचनात्मक समाजिक आंदोलनों में अनुकरणीय अग्रणी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत अपने सभी पड़ोसी देशों से अच्छे संबंध चाहता है और शांति और उन्नति के माहौल का हिमायती है। उन्होंने कहा कि विश्व समुदाय को आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली किसी भी ताकत के खिलाफ मुकाबले का संकल्प लेना चाहिए।
नायडू ने कहा, ‘‘हम अपने सभी पड़ोसियों से अच्छे संबंध चाहते हैं। आइए एक रूख अपनाएं… हमें ऐसा महौल बनाना चाहिए जहां शांति को बढ़ावा मिले।’’ किसी देश का नाम लिए बिना उपराष्ट्रपति ने कहा कि कहावत है कि आप दोस्त बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं बदल सकते। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और राज्य के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ब्रत्या बसु ने भी उपराष्ट्रपति के साथ मंच साझा किया।