नारद स्टिंग मामले में तृणमूल कांग्रेस के विधायकों की गिरफ्तारी के बाद पार्टी समर्थकों द्वारा राज्य भर में प्रदर्शन किए जाने की भाजपा ने सोमवार को निंदा की और कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके समर्थकों को सीबीआई जांच में बाधा पहुंचाने के बजाय कानूनी लड़ाई लड़नी चाहिए।
नारद स्टिंग मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार सुबह राज्य के मंत्रियों फरहाद हकीम व सुब्रत मुखर्जी और तृणमूल कांग्रेस विधायक मदन मित्रा के साथ ही पार्टी के पूर्व नेता शोभन चटर्जी को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद बनर्जी सुबह करीब 11 बजे सीबीआई दफ्तर पहुंच गईं और उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अगर वे चाहते हैं कि वह कार्यालय से चली जाएं तो उन्हें गिरफ्तार करना होगा।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर ममता बनर्जी पर सीबीआई जांच में बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाया। उन्होंने ट्वीट किया, ” राज्य में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने की शपथ लेने वालीं ममता बनर्जी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को धमकाने में संलिप्त हो रही हैं और सीबीआई के लिए रूकावट पैदा कर रही हैं।”
भाजपा नेता ने कहा, ” यह बंगाल के लोगों के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।” वहीं, भाजपा की बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने राज्य में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के धरना-प्रदर्शन की निंदा करते हुए कहा कि कोविड-19 लॉकडाउन के बीच प्रदर्शन करना केवल यह दर्शाता है कि इनके भीतर राज्य के कानून को लेकर कोई सम्मान नहीं है।