केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या शनिवार को बढ़कर 361 हो गई है। सभी शवों का पोस्टमॉर्टम कर दिया गया है, और 218 शवों की पहचान भी हो चुकी है। 143 लोगों के शरीर के केवल टुकड़े ही बरामद हुए हैं।
जिले के मेप्पाडी पंचायत के अंतर्गत वेल्लारीमाला गांव के मुंडक्कई और चूरमाला में मौतें हुईं। 30 जुलाई को हुए इस हादसे में 28 बच्चों सहित कुल 361 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, विभिन्न अस्पतालों में 90 लोगों का इलाज जारी है, जबकि 281 लोग अब भी लापता हैं।
चौथे दिन, सेना, एनडीआरएफ, नौसेना और तटरक्षक बल की 40 टीमों ने मुंडक्कई, अट्टामाला, पंचीरी मट्टम और पास के चूरमाला क्षेत्रों में खोजी कुत्तों की मदद से तलाशी अभियान चलाया। आपदा प्रभावित क्षेत्रों से जीवित बचे लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए भारतीय वायु सेना का ऑपरेशन जारी है।
इससे पहले, शुक्रवार को सेना के जवानों ने मुंडक्कई के एक दूरदराज इलाके पदावत्ती कुनु से दो पुरुषों और दो महिलाओं समेत चार लोगों को बचाया। मुंडक्कई क्षेत्र में हुए भारी भूस्खलन के कारण उनके घर रास्ते से काफी दूर चले गए थे।