पश्चिम बंगाल में अगले साल 294 सदस्यीय विधानसभा का चुनाव होना है। इन चुनाव के मद्देनजर तृणमूल कांग्रेस सरकार ने मंगलवार को ‘द्वारे सरकार’ मुहिम की शुरुआत की, जो 30 जनवरी तक चलेगी। इस मुहीम को दो महीने तक चार चरणों में चलाया जाएगा। मुहिम का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि राज्य की 11 सरकारी कल्याण योजनाओं का लाभ जनता को मिल सके।
नगरपालिका मामलों के मंत्री फिरहाद हकीम ने यहां एक वार्ड कार्यालय का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘‘हमारी सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए परिवर्तनकारी कदम उठाया है कि कोई भी व्यक्ति इन योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं रह जाए। जो लोग पात्र हैं, उन्हें लाभ मिलेगा। उदाहरणार्थ ‘स्वस्थ साथी’ का लाभ राज्य की पूरी जनसंख्या को मिलेगा।’’
उन्होंने बताया कि इस मकसद के लिए स्थापित शिविरों के जरिए लाभार्थियों को 11 योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। इन शिविरों में हर रोज पूर्वाह्न 10 बजे से शाम चार बजे तक काम होगा। हालांकि राज्य बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष ने आरोप लगाया है कि तृणमूल सरकार ने लोगों के धन का इस्तेमाल करके यह चुनाव मुहिम शुरू की है।
घोष ने कहा, ‘‘वे चुनाव मुहिम के लिए लोगों का धन इस्तेमाल कर रहे हैं। यदि राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए 10 साल बाद मुहिम शुरू करनी पड़ रही है कि योजनाओं का लाभ सभी तक पहुंचे, तो तृणमूल के नेताओं को शर्म आनी चाहिए।’’ हकीम ने इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि घोष को पहले इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि केंद्र में बीजेपी नीत सरकार ने अपने प्रचार के लिए लोगों का कितना धन इस्तेमाल किया।