पश्चिम बंगाल के महाधिवक्ता किशोर दत्ता ने मंगलवार को व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया। बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इसे तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया। राज्यपाल धनखड़ ने ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी।
राज्यपाल धनखड़ ने इस बारे में ट्वीट कर कहा कि संविधान के अनुच्छेद 165 के अनुसार, श्री किशोर दत्ता, वरिष्ठ अधिवक्ता, द्वारा पश्चिम बंगाल राज्य के महाधिवक्ता के रूप में प्रस्तुत त्यागपत्र को तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया गया है। दत्ता को 2017 में यह पद संभालने की जिम्मेदारी दी गई थी।
In terms of Article 165 of the Constitution have accepted with immediate effect resignation submitted by Shri Kishore Datta, Senior Advocate, as Advocate General of State of West Bengal @MamataOfficial with immediate effect. pic.twitter.com/IKK0Iu4qeG
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) September 14, 2021
बता दें कि किशोर दत्ता को ममता बनर्जी सरकार ने साल 2017 में एडवोकेट जनरल नियुक्त किया था तथा वह राज्य सरकार के मामलों में बंगाल सरकार का कोर्ट में प्रतिनिधित्व करते थे। वह साढ़े चार साल से एडवोकेट जनरल थे। उनके पहले जयंत मित्रा राज्य के एडवोकेट जनरल थे। उनके इस्तीफे के बाद किशोर दत्ता को एडवोकेट जनरल बनाया गया था।