पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य के प्रसिद्ध गोविंद भोग चावल पर बासमती के बराबर 20 प्रतिशत सीमा शुल्क छूट देने का आग्रह किया है। यह छूट बासमती चावल को मिलने वाली छूट की तर्ज पर मांगी गई है।
किसानों की आय भी प्रभावित
ममता बनर्जी ने पत्र में लिखा कि ‘गोबिंदभोग’ जैसी चावल की महंगी किस्म के निर्यात पर 20 फीसदी शुल्क लगाने का इसके व्यवसाय पर बुरा प्रभाव पड़ा है। दो पन्नों के इस पत्र में उन्होंने लिखा, ‘‘भारत सरकार ने चावल पर 20 फीसदी उत्पाद शुल्क (निर्यात कर) लगाया है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके परिणामस्वरूप चावल की महंगी किस्म गोबिंदभोग का निर्यात कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसका मांग पर और धान की घरेलू कीमत पर नकारात्मक असर पड़ा है जिससे किसानों की आय भी प्रभावित हुई है।’’
किसानों को भी लाभ से वंचित न होना पड़े
पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में गोविंद भोग चावल की खेती की जाती है। इसे अक्टूबर 2017 में भौगोलिक पहचान (जीआई) टैग दिया गया था। मुख्यमंत्री ने लिखा, ‘‘यह सराहनीय है कि चावल की लोकप्रिय किस्म बासमती को इस शुल्क के दायरे से बाहर रखा गया है। अनुरोध किया जाता है कि जिस आधार पर बासमती को छूट दी गई है उसी तर्ज पर गोबिंदभोग को भी शुल्क से छूट प्रदान की जाए जिससे कि व्यापार को होने वाले घाटे से बचा जा सके और किसानों को भी लाभ से वंचित न होना पड़े।’’