पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को मद्देनजर रखते हुए तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पार्टी नेताओं को कठोर रणनीतियों और भ्रष्टाचार के खिलाफ आगाह किया है। राज्य में अगले साल ग्रामीण चुनाव होने हैं। अभिषेक बनर्जी पिछले एक सप्ताह से कूचबिहार, उत्तरी दिनाजपुर, नदिया, मालदा, दक्षिण दिनाजपुर, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी जिलों में जिला नेतृत्व के साथ कई बैठकें कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी, ग्रामीण निकायों के प्रतिनिधियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही है।
पिछले साल TMC ने भारी बहुमत से जीता था चुनाव
वही, बनर्जी आने वाले दिनों में अन्य जिलों के नेताओं के साथ भी इसी तरह की बैठक करने वाले हैं। बैठकों के दौरान मौजूद तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने कहा, ‘‘ हमारी पार्टी के नेता अभिषेक बनर्जी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि पार्टी पंचायत चुनाव जीतने के लिए किसी भी कठोर रणनीति और हिंसा के इस्तेमाल को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि अगर कोई पार्टी के निर्देश का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पार्टी नेताओं से आपसी कलह से दूर रहने और एक दल के रूप में काम करने को भी कहा है।’’
हालांकि, यह बैठक पिछले हफ्ते पार्टी संगठन में एक बड़े बदलाव की पृष्ठभूमि में हो रही है, जिसमें अगले साल के महत्वपूर्ण पंचायत चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने पर जोर देते हुए कई जिला अध्यक्षों को हटा दिया गया था और कई नए चेहरों को शामिल किया गया था। पार्टी के एक नेता ने बताया ‘‘बनर्जी ने कहा कि 2018 के पंचायत चुनावों के दौरान जो हालात थे, उनकी पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए, क्योंकि उनकी वजह से पार्टी को 2019 के लोकसभा चुनाव में खूब नुकसान उठाना पड़ा था।’’