उत्तर प्रदेश गैंगरेप कांड ने एक बार फिर देश में महिलाओं की सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। हाथरस गैंगरेप कांड की पीड़िता अपनी ज़िंदगी से 15 दिनों तक लड़ती रही और आखिरकार मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में आखिरी सांसे ली। पीड़िता की लड़ाई उनकी सांसो के लिए थी, मगर देश की लड़ाई खुदसे है अपनी सोच और अपने कानून से है।
बहरहाल, इस घटना पर शिवसेना सांसद संजय राउत की भी प्रतिक्रिया आई है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने इस घटना पर राजनीतिक प्रतिक्रिया दी और कहा कि यूपी और एमपी में जब भी ऐसी घटनाएं होती है तो लोग चुप्पी साध लेते है। उन्होंने कहा, ‘मैं देख रहा हूं कि चाहे मध्य प्रदेश हो या उत्तर प्रदेश यहां जब रेप और मर्डर की घटनाएं होती हैं तो सब लोग चुप बैठते हैं। इस प्रकार की घटनाएं देशभर में हो रही हैं और बढ़ रही हैं, कानून का डर खत्म होता जा रहा है।’
बता दें कि हाथरस गैंगरेप कांड में पीड़िता की मौत और उसके बाद परिवार की मर्जी के खिलाफ जबरन अंतिम संस्कार के आरोप पर यूपी सरकार चौतरफा घिरी हुई है। हालांकि, सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले में एसआईटी गठित करने का आदेश दिया है। गृह सचिव की अध्यक्षता वाली इस तीन सदस्यीय टीम में डीआईजी चंद्र प्रकाश और आईपीएस अधिकारी पूनम को सदस्य बनाया गया है।
सीएम ने पूरे घटनाक्रम पर सख्त रुख अख्तियार करते हुए टीम को घटना की तह तक जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने समयबद्ध ढंग से जांच पूरी कर रिपोर्ट देने के निर्देश भी दिए हैं। गौरतलब है कि इस मामले में चारों आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। सीएम ने उनके खिलाफ फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में मुक़दमा चलाकर जल्द से जल्द सजा दिलाने का भी आदेश दिया है।