मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की सरकार बनने मगर मंत्रियों के विभागों का बंटवारा न हो पाने पर तंज सका है। उन्होंने कहा कि विभागों के बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान से पता ही नहीं चल पा रहा है कि सरकार कौन चलाएगा। चौहान ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के मंत्रियों की शपथ तो हो गई, लेकिन विभाग अब तक तय नहीं हुए हैं। बिना विभाग तय हुए, कैबिनेट की बैठकें हो रही हैं। मंत्री तय हो गए, तो अब विभागों के लिए पार्टी में रस्साकशी और मारकाट मची है। हर नेता कहता है, मेरे मंत्री को ये विभाग चाहिए। इसी खींचतान के चलते अब तक विभाग तय नहीं हो सके।
उन्होंने आगे कहा कि विभाग बंटे बिना कैबिनेट हो रही है, प्रदेश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। यदि ऐसा ही चलता रहा, तो सरकार कौन चलाएगा? मुख्यमंत्री चलाएंगे या उनके पीछे से अलग-अलग गुटों के नेता? या फिर वे मंत्री चलाएंगे, जिनकी डोर अलग-अलग नेताओं के हाथ में है। जब इतने सारे लोग सरकार को नियंत्रित करेंगे, तो सरकार कैसे चलेगी?
उन्होंने कहा कि मंत्रियों को जल्द ही विभाग दिए जाने चाहिए और सरकार को तेजी से काम करना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, 'हम चाहते हैं कि प्रदेश में विकास की निरंतरता बनी रहे, कल्याणकारी योजनाएं चालू रहें, कांग्रेस ने जनता को जो वचन दिए हैं, उन्हें निभाया जाए, लेकिन जो चल रहा है, उसे देख मैं चितित हूं। पहले उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री की शपथ के बाद मंत्री तत्काल तय होंगे और शपथ हो जाएगी, लेकिन मुख्यमंत्री और मंत्रियों की शपथ के बीच में जो अंतराल आया, वह चिता का विषय है। मंत्री तय करना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है, लेकिन इस सरकार में मुख्यमंत्री मंत्री नहीं बना रहे, बल्कि अलग-अलग गुटों के नेता मंत्री बना रहे हैं। सभी का कोटा तय हो गया है, किसके कितने मंत्री होंगे।'