कर्नाटक के सियासी गलियारों में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की कुर्सी पर संकट के बादल छाए हुए हैं। बेंगलुरु में कल देर रात करीब पांच मंत्रियों ने मंत्री सुधाकर के आवास पर बैठक की, जिसमें येदियुरप्पा की विदाई की रणनीति पर चर्चा की गई।
वही येदियुरप्पा किसी भी हाल में अपनी कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं और ऐसे में उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाना भाजपा के लिए एक चुनौती भरा साबित भी हो सकता है। बता दें कर्नाटक भाजपा एक बार येदियुरप्पा को हटाकर सियासी हश्र देख चुकी है।
वही 77 साल के बीएस येदियुरप्पा उम्र की ऐसी दहलीज पर खड़े हैं, जहां बीजेपी उनके राजनीतिक विकल्प के लिए रास्ता बनाना चाहती है। उनकी उम्र को लेकर कई विधायक और मंत्रियों की नाराजगी को भी वजह बताया जा रहा है। यही वजह है कि बीजेपी येदियुरप्पा को कर्नाटक के मुख्यमंत्री का पद छोड़कर किसी बड़े राज्य का राज्यपाल बनने के लिए राजी करने की लगातार कोशिश कर रही है, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिल रही है।
वही भाजपा कर्नाटक इकाई के प्रवक्ता कैप्टन गणेश कार्णिक ने इन खबरों को बेबुनियाद और भ्रामक करार दिया है। उन्होंने कहा कहा कि कुछ टीवी चैनलों ने कथित रूप से खबर दी है कि मुख्यमंत्री येदियुरप्पा की जगह कोई नया सीएम बनाया जा रहा है।
एक आधिकारिक बयान में उन्होंने कहा, ‘भाजपा इस खबर का दृढ़ता से खंडन करती है।’ उन्होंने कहा, ‘हम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि ऐसी खबर बिल्कुल बेबुनियाद, गुमराह करने वाली और सच्चाई से दूर है।‘ ऐसी अटकलें हैं कि येदियुरप्पा की उम्र को देखते हुए भविष्य में नेतृत्व परिवर्तन किया जा सकता है। इन अटकलों को तब बल मिला जब हाल ही में 77 वर्षीय येदियुरप्पा नई दिल्ली गए थे, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्रियों एवं भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से भेंट की थी।