एक बार फिर कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति बनाएंगे प्रशांत किशोर? कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात के बाद, इस तरह की अटकलों का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस के दो शीर्ष नेताओं के साथ इस मुलाकात के बाद यह सवाल उठना लाजमी है, क्योंकि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद प्रशांत किशोर ने कहा था कि वह चुनावी रणनीतिकार के रूप में अब आगे किसी दल के लिए काम नहीं करेंगे।
कांग्रेस के दो नेताओं ने इस मुलाकात की पुष्टि की है। हालांकि, इस बैठक पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। माना जा रहा है कि राहुल और प्रशांत किशोर के बीच बातचीत गुजरात विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी के अभियान पर काम करने के लिए हुई है।
प्रशांत किशोर के पूर्व सहयोगी के साथ कांग्रेस ने साइन किया कॉन्ट्रैक्ट
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस ने अपने चुनाव अभियानों को संभालने के लिए प्रशांत किशोर के एक पूर्व सहयोगी सुनील कानुगोलू के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था, जबकि प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के लिए रणनीति तैयार करने लगे।
कानुगोलू ने पिछले महीने पार्टी के साथ काम करना शुरू किया, तो किशोर की कांग्रेस के साथ काम करने की संभावनाएं धूमिल होती दिख रही थीं। दोनों ने 2014 में सिटिजन्स फॉर एकाउंटेबल गवर्नेंस (CAG) संगठन के हिस्से के रूप में नरेंद्र मोदी के अभियान पर एक साथ काम किया था। किशोर उसके बाद अपने रास्ते पर चले गए, जबकि कानुगोलू बीजेपी के साथ काम करते रहे, जहां 2017 में BJP ने उत्तर प्रदेश चुनाव में जीत हासिल की थी।
जानकारी के अनुसार, प्रशांत किशोरके साथ यह बैठक गांधी परिवार के अन्य चुनावी रणनीतिकार सुनील कानुगोलू के साथ मुलाकात के एक दिन बाद हुई थी। प्रशांत किशोर की मुलाकात उनके गुजरात अभियान पर कांग्रेस पार्टी के साथ काम करने के बारे में थी। आपको बता दें कि इसी साल दिसंबर में गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।